पश्चिम बंगाल में एक तरफ भारतीय जनता पार्टी टीएमसी को टक्कर देने वाली पार्टी के रूप में उभरी तो दूसरी तरफ इसमें आंतरिक कलह की भी खबरें आ रही हैं। दरअसल टिकट बंटवारे से भाजपा के बहुत सारे कार्यकर्ता संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि बाहरियों को टिकट दिया गया है और लंबे समय से काम करने वाले लोगों को नजरअंदाज किया गया। पसंदीदा नेता को टिकट न मिलने पर मालदा में भाजपा के ही कार्यकर्ता कार्यालय में घुस गए और कुर्सी मेज तोड़ने लगे। कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर भी फाड़ डाले।

बता दें कि बंगाल में पिछले कुछ महीनों में टीएमसी से कई नेता शामिल हुए हैं। इस वजह से भाजपा के कई नेताओं के टिकट कट गए। बताया जा रहा है कि मालदा ही नहीं बल्कि कई और जगहों पर भी तोड़फोड़ हुई। मौके पर पहुंचे पुलिसबल ने लोगों को वहां से भगाया।

बंगाल की अलीपुरद्वार सीट पर भाजपा ने अर्थशास्त्री अशोक लाहिरी को मैदान में उतारा था और इस फैसले के खिलाफ कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। भाजपा के जिलाध्यक्ष ने ही कह दिया था कि वह उम्मीदवार को नहीं जानते हैं। बाद में भाजपा ने यहां से उम्मीदवार बदल दिया और सुमन कांजीलाल को टिकट दे दिया।

ऐसे ही हालात जगतादल और जलपाइगुड़ी में भी नजर आए। यहां टिकट का ऐलान होने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपने ही दफ्तर में तोड़फोड़ शुरू कर दी। मालदा के हरिश्चंद्रपुर में मातीउर रहमान को टिकट दिया गया है जो कि कुछ दिन पहले ही भाजपा में शामिल हुए हैं। ओल्ड मालदा की सीट पर गोपाल सहा को टिकट दिए जाने के खिलाफ भी प्रदर्शन हुए।

मिला भाजपा का टिकट, साथ दूसरी पार्टी का

भाजपा के सामने एक और गंभीर समस्या है। दो उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्हें पार्टी ने टिकट तो दे दिया लेकिन वे भाजपा के टिकट पर चुनाव ही नहीं लड़ना चाहते। भाजपा ने बंगाल में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सोमेन मित्रा की पत्नी को टिकट दे दिया लेकिन उनका कहना है कि वह कांग्रेस के ही साथ हैं। भाजपा ने इस बार चार वर्तमान सांसदों को भी टिकट दिया है। इसमें मंत्री बाबुल सुप्रियो भी शामिल हैं।