Aligarh Lok Sabha Election 2024 Date, Candidate Name: लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों में ज़ोर-शोर से जुटे तमाम राजनीतिक दलों ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान करना भी शुरू कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी ने हाल ही में अपनी पहली लिस्ट निकाली थी जिसमें 195 कैंडीडेट्स के नामों का ऐलान किया गया है। भाजपा ने उत्तर प्रदेश की 51 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। पीएम मोदी जहां वाराणसी से तो वहीं राजनाथ सिंह लखनऊ से चुनावी मैदान में उतरेंगे। ऐसे ही उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से एक अलीगढ़ महत्वपूर्ण सीटों में से एक है। हालांकि, भाजपा की पहली सूची में अलीगढ़ लोकसभा सीट के उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया गया है।

यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह का यह गृह जनपद रहा है। इस सीट पर पहले लोकसभा चुनाव 1952 में हुए थे, जिसमें चांद सिंघल ने बाजी मारी थी। जम्मू कश्मीर के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक भी गवर्नर बनने से पहले इसी सीट से लोकसभा सांसद रहे थे।

अलीगढ़ लोकसभा सीट पर प्रत्याशी को लेकर घमासान

आरएलडी-भाजपा के अधिकारिक गठबंधन की घोषणा के बाद अलीगढ़ लोकसभा क्षेत्र प्रत्याशी को लेकर सियासी तलवार खिंच गई है। पूर्व विधायक प्रमोद गौड़ ने आरएलडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी को पत्र लिखा। पत्र में भाजपा सांसद सतीश गौतम को टिकट दिए जाने का विरोध किया गया। साथ ही चेतावनी भी दी गयी कि अगर सतीश गौतम को तीसरी बार टिकट दिया तो वे गठबंधन धर्म तोड़कर सांसद का चुनाव लड़ेंगे।

लोकसभा चुनाव 2019 के परिणाम

लोकसभा चुनाव 2019 में अलीगढ़ सीट पर भाजपा के सतीश कुमार गौतम ने जीत दर्ज की थी। उन्होंने बीएसपी के डॉ अजीत बलियान को मात दी थी। सतीश गौतम को जहां 6.56 लाख वोट मिले थे वहीं, अजीत को 4.26 लाख मत मिले थे। अलीगढ़ सीट पर तीसरे स्थान पर कांग्रेस उम्मीदवार बिजेंद्र सिंह थे। 6268 लोगों ने इस सीट पर NOTA का बटन भी दबाया था।

आज तक अलीगढ़ को फतह नहीं कर पाई सपा

उत्तर प्रदेश का अलीगढ़ शहर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की वजह से विश्व प्रसिद्ध है, साथ ही अपने तालों के लिये भी शहर फेमस है। अलीगढ़ लोकसभा क्षेत्र में 5 असेंबली सीटें शामिल हैं, जिनके नाम खैर (एससी), बरौली, अतरौली, कोइल और अलीगढ़ हैं। इन सभी सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। अलीगढ़ सीट सपा के लिए एक अधूरा सपना रही है। इस सीट से लगातार प्रत्याशी उतारने के बावजूद वह आज तक अलीगढ़ को फतह नहीं कर पाई है। इस सीट पर बसपा को भी आज तक केवल एक बार ही जीत नसीब हुई है।

अलीगढ़ का जातीय समीकरण

अलीगढ़ लोकसभा में कुल मतदाताओं की संख्या करीब 20 लाख है। जातीय समीकरणों को देखें तो 2.5 लाख जाट, 1.5 लाख ब्राह्मण, 3 लाख मुस्लिम, 2 लाख जाटव, 2 लाख ठाकुर, 1- 1 लाख बघेल, वैश्य, लोध, यादव सैंह। यहां अन्य जातियों की संख्या करीब 5 लाख है।