उत्तर प्रदेश में कैराना विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के विधायक नाहिद हसन को को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। एक विशेष अदालत ने शनिवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस ने हसन के खिलाफ गैंगस्टर कानून लागू किया था। विधायक को शामली जिले के कैराना में एक सांसद/विधायक अदालत में पेश किया गया था।
कैराना पुलिस ने बताया कि हसन समेत 40 लोगों के खिलाफ पिछले साल मामला दर्ज किया गया था। उन्होंने बताया कि अधिकतर आरोपी जमानत पर रिहा हो गए थे लेकिन हसन अदालत में आत्मसमर्पण करने में विफल रहे थे, जिसके बाद उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया था। सपा ने हसन को कैराना विधानसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा है। अखिलेश ने पहली सूची में उन्हें टिकट दिया था। कल ही उन्होंने अपना नामांकन दाखिल किया था।
नाहिद पर 2019 को मामला दर्ज किया गया था। एक शख्स ने उन पर आरोप जमीन के सौदे में उन्हें 80 लाख रुपये की जालसाजी का आरोप लगाया था। पुलिस ने उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था। उसे जनवरी 2020 में इस मामले में जेल भेज दिया गया था। हसन पर पहले कैराना के एसडीएम ने बिना रजिस्ट्रेशन के एसयूवी चलाने का मामला दर्ज किया था। उसके खिलाफ और भी कई पुराने मामले दर्ज हैं।
नाहिद हसन उत्तर प्रदेश के बड़े राजनीतिक चेहरों में से एक हैं। हसन को राजनीति विरासत में मिली है। उनके पिता मुनव्वर हसन सभी सदनों के सदस्य रहे। सड़क दुर्घटना में उनकी मृत्यु के बाद नाहिद हसन ने राजनीति में कदम रखा। नाहिद की मां तबस्सुम हसन भी कैराना से सांसद रह चुकी हैं।
उधर, नाहिद हसन की गिरफ्तारी पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने इसे आगामी चुनाव जीतने के लिए भाजपा का एक हताश प्रयास बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा समाजवादी पार्टी को निशाना बना रही है। उन्होंने कहा कि सपा नेताओं की गिरफ्तारी और नेताओं को धमकी यह दिखा रही है कि भाजपा हताश हो चुकी है। सीएम योगी आदित्यनाथ पर हमलावर होते हुए अखिलेश ने कहा उनका सूपड़ा साफ है।