मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट का चुनाव बेहद दिलचस्प हो चला है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इस सीट से चुनाव लड़ने का फैसला किया तो भाजपा ने कभी मुलायम सिंह की सुरक्षा में तैनात रहे एसपी सिंह बघेल को मैदान में उतार दिया। अखिलेश के साथ बघेल ने आज अपना नामांकन दाखिल किया। करहल मैनपुरी संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है। इसका प्रतिनिधित्व समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव करते हैं।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल करने से पहले कहा कि ये नामांकन एक मिशन है। ये चुनाव प्रदेश और देश की अगली सदी का इतिहास लिखेगा।
अखिलेश ने कहा कि नेताजी का और समाजवादी पार्टी का यहां से बहुत पुराना रिश्ता रहा है और यहां के लोगों ने समाजवादी पार्टी के साथ खड़े होकर एक सकारात्मक राजनीति को आगे बढ़ाया है। मुझे उम्मीद है कि इस चुनाव में जो नकारात्मक राजनीति करते हैं, उत्तर प्रदेश से उनको जनता हटाएगी। उन्होंने अपनी भावुक अपील में कहा कि यह चुनाव जनता पर छोड़ता हूं, क्योंकि मुझे और जगह जाना है।
दारोगा से केंद्रीय मंत्री तक का सफर
प्रो. एसपी सिंह बघेल उत्तर प्रदेश के औरैया जिले के भटपुरा के मूल निवासी हैं। कभी उत्तर प्रदेश पुलिस में सब इंस्पेक्टर के रूप में तैनात रहे बघेल 1989 में मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी सुरक्षा में शामिल हो गए। बघेल से प्रभावित मुलायम सिंह यादव ने उनको जलेसर सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर 1998 में पहली बार उतारा था। इस चुनाव में जीत के बाद वो दो बार सांसद चुने गए। 2010 में बसपा ने उन्हें राज्यसभा में भेजा।
2014 में बघेल ने राज्यसभा से इस्तीफा देकर भाजपा की सदस्यता ली। 2017 में टूंडला सुरक्षित सीट से भाजपा विधायक बने। इसके बाद उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की टीम में शामिल किया गया। 2017 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने आगरा लोकसभा क्षेत्र से उन्हें टिकट दिया। यहां से जीत दर्ज कर वो केंद्रीय मंत्री बने।
अखिलेश के लिए मुफीद है करहल की सीट
करहल सीट समाजवादी पार्टी के गठन से ही उसका गढ़ रही है। तीन दशक से पार्टी का सीट पर कब्जा है। यहां 38 फीसदी यादव हैं। करहल विधान सभा क्षेत्र में करीब 3 लाख 71 हजार वोटर हैं। इसमें यादव वोटरों की संख्या लगभग 1 लाख 44 हजार है। करहल विधानसभा में साल 2017 में कुल 49.57 फीसदी वोट पड़े थे। सपा के सोबरन सिंह यादव को यहां 1 लाख 4 हजार 221 वोट मिले थे। वहीं बीजेपी की रमा शाक्य को 65 हजार 816 लोगों ने मतदान किया था। तीसरे नंबर पर बीएसपी केदलवीर रहे, जिन्हें 29 हजार 676 वोट मिले।