उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव सोमवार को सातवें चरण के मतदान के साथ पूरा हो गया। अब सबकी निगाहें नतीजों पर हैं, जो 10 मार्च को आएंगे। अधिकांश एग्जिट पोल्स के अनुसार भाजपा फिर से सरकार बनाती दिखाई दे रही है। वहीं समाजवादी पार्टी के नेताओं का कहना है कि सरकार उनकी ही बनेगी। उनकी ओर से तमाम तरह के दावे किए जा रहे हैं। इस बीच सपा के साथ गठबंधन वाली सुभासपा के प्रवक्ता अरुण राजभर ने कहा है कि जबतक गिनती नहीं हो जाती भारतीय जनता पार्टी पर शक बना रहेगा, क्योंकि कुछ गुजराती पुलिस के भेष में आए हुए हैं। उन्होंने यह बात एबीपी न्यूज के शो पर कही।
शो के दौरान एंकर रूबिका लियाकत ने अरुण राजभर से सवाल किया- “अगर आप नहीं जीते तो ईवीएम में खोट होगी?” इस सवाल का जवाब देते हुए अरुण ने कहा- “जनता का जो जनादेश होगा वह सरमाथे पर होगा। पूरा भरोसा है कि जनता ने भाजपा के खिलाफ जनादेश दिया है।” इसपर एंकर ने सवाल किया- ”मैं कह रही हूं अगर जो एग्जिट पोल के आंकड़े आ जाते हैं और आपकी जीत नहीं होती है। आपकी खुशी के लिए खुदा ना खास्ता एड कर देती हूं तो आप ईवीएम पर तो सवाल नहीं उठाएंगे? ”
भारतीय जनता पार्टी पर शक बना रहेगा- इस सवाल का जवाब देते हुए अरुण राजभर ने कहा, “देखिए जबतक गिनती नहीं हो जाती भारतीय जनता पार्टी पर शक बना रहेगा। कुछ गुजराती आए हुए हैं पुलिस की भेष में। अभी हमारे जंगीपुर में सात तारीख को वोटिंग हुई और मशीन जा रही है आज दोपहर में। कहां से चली गई मशीन। मशीन इतनी देर तक कहां थी। उनकी नियत पर शक है। भारतीय जनता पार्टी डरी नहीं है तो फिर कल वोटिंग हुआ तो ये आज 12 बजे तक ईवीएम लेकर कहां घूम रहे थे।”
दूरबीन से ईवीएम की निगरानी- नतीजों से पहले सपा नेता ईवीएम की सुरक्षा को लेकर काफी गंभीर हैं। कई नेता और कार्यकर्ता स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर पहरा दे रहे हैं। मेरठ के हस्तिनापुर से पार्टी के उम्मीदवार योगेश वर्मा दूरबीन से ईवीएम की निगरानी कर रहे हैं। यही नहीं पार्टी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मतगणना स्थल पर जैमर लगवाने की भी मांग की है।
सात चरणों में मतदान, 10 को नतीजे – गौरतलब है कि 10 फरवरी से 7 मार्च के बीच उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों पर सात चरणों में मतदान हुआ। साल 2017 के चुनाव में भाजपा ने प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाई थी। एनडीए को 325 सीटों पर जीत मिली थी। भाजपा ने अकेले 312 सीटों पर जीत दर्ज की थी। सपा और कांग्रेस के गठबंधन को मात्र 54 सीटें ही मिली थीं। बसपा के खाते में 19 सीटें गई थीं।