उत्तरप्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस महसचिव प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर जमकर निशाना साधा। प्रियंका गांधी ने कहा कि 16 हजार करोड़ के प्लेन्स में घूमने वाले प्रधानमंत्री किसानों को गन्ना का मूल्य नहीं दे पाए। साथ ही उन्होंने लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि वे बताएं कि पीड़ित किसानों से मिलने क्यों नहीं गए।

गुरुवार को गोंडा में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि जब किसानों और महिलाओं पर अत्याचार होता है तो सब दुबक कर बैठ जाते हैं। कोई भी सुनवाई करने नहीं आता है। किसान दिल्ली के बॉर्डर पर नरेंद्र मोदी के घर से 10 किमी दूरी पर खड़े रहे, 700 किसान शहीद हो गए। तब हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहां थे। जो प्रधानमंत्री 16 हजार करोड़ रुपये के दो हवाई जहाज खरीदते हैं लेकिन गन्ना किसानों के बकाया को नहीं चुका पा रहे हैं।

प्रियंका गांधी ने इस दौरान लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि जब उनके ही मंत्री के बेटे ने आंदोलनकारी किसानों पर गाड़ी चढ़ाकर कुचल डाला तो योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री मोदी पीड़ित किसानों से मिलने क्यों नहीं गए। बल्कि कुछ ही दिनों के बाद उसी मंत्री के साथ मंच साझा करते रहे और इस्तीफा तक नहीं मांगा। 

इसके अलावा प्रियंका गांधी ने कहा कि भाजपा सरकार की मंशा आम आदमी को गरीब बनाए रखने की है। इसी कारण से नौकरी देने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के कंपनियों को प्रधानमंत्री मोदी ने अपने उद्योगपति दोस्तों को बेच दिया। छोटे-छोटे दुकानदारों को नुकसान पहुंचाया गया। नोटबंदी और जीएसटी के चलते भी दुकानदारों को काफी नुकसान पहुंचा है।

प्रियंका गांधी ने आवारा पशुओं का मुद्दा उठाते हुए कहा कि सांड से किसान और आम लोग पांच सालों तक परेशान रहे। सरकार ने उनकी सुध तक नहीं ली। लेकिन अब चुनाव में उन्हें सांड याद आया है और इससे निजात पाने की तारीख भी 10 मार्च के बाद की तय की है। साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा ने लोगों को गरीब बनाकर एक बोरे राशन और खाते में भेजे गए कुछ पैसे पर निर्भर कर दिया है।