यूपी चुनाव अब अपने आखरी चरण में पहुंच चुका है। छठे चरण के मतदान के बाद अब राजनैतिक पार्टियों का पूरा फोकर सातवें चरण में वाराणसी और उसके आसपास के क्षेत्रों में होने वाले चुनाव पर है। इसी बीच, मुख्‍तार अंसारी का बेटे अब्‍बास अंसारी का विवादित बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें वह कहते हैं कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश के चुनाव जीतने पर पुलिस से हिसाब-किताब किया जाएगा, फिर ट्रांसफर होगा। अब्‍बास अंसारी मऊ में समाजवादी पार्टी की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी मुख्‍तार अंसारी के बेटे चुनाव लड रहे हैं।

‘छह महीने तक किसी का नहीं होगा ट्रांसफर’
मऊ के पहाड़पुरा के मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी बहुत ही उग्र भाषण दे रहे थे। अपने विवादित भाषण में उन्‍होंने कहा कि वे सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से कह कर आए हैं कि चुनाव जीतने के बाद, जब सरकार बन जाएगी तो छह महीने तक किसी भी अधिकारी और पुलिस के कर्मचारियों का ट्रांसफर नहीं होगा। सबसे पहले हिसाब-किताब किया जाएगा फिर इनको यहां से भेजा जाएगा।

दिन में 10 बार गाड़ियों की हो रही चेकिंग
सभा को संबोधित करते हुए उन्‍होंने कहा कि मेरे गाड़ियों की दिन में 10 बार चेकिंग हो रही है। जबकि दूसरे उम्‍मीदवार के गाड़ियों की चेकिंग नहीं की जा रही है। दबाव बनाने के लिए मेरे गाड़ी का हर दिन चालान किया जा रहा है।

26 साल से अजेय सीट
बात दें कि मऊ जिले की सदर सीट पर 1996 तक कोई विधायक लगातार नहीं बना। जबकि 1996 के बाद मुख्तार अंसारी के अलावा यहां कोई और नेता चुनकर नहीं आया हुआ था। माफिया मुख्तार अंसारी की 26 साल से अजेय सीट पर इस बार उनका बेटा अब्बास अंसारी उम्मीदवार है।