लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (सपा) के गठंबधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (13 जनवरी, 2019) को जुबानी वार किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष इस वक्त भ्रमित है। वे दल अस्तित्व बचाने के लिए कुछ समय के लिए साथ आए हैं, जबकि उत्तर प्रदेश कांग्रेस की तरफ से भी ताजा गठजोड़ पर हमला बोला गया। पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने तंज कसते हुए कहा, “ये कमरा ज्यादा बड़ा है। शनिवार से ज्यादा तो आज यहां (यूपी कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस) भीड़ जुटी है।” बता दें कि यूपी में कल सपा-बसपा के गठबंधन का आधिकारिक ऐलान हुआ। सूबे की 80 लोकसभा सीटों में दोनों पार्टियां 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी, जबकि दो सीटें छोटे दलों के लिए छोड़ दी गईं। वहीं, रायबरेली और अमेठी की वीआईपी सीट कांग्रेस के लिए शेष रख दी गईं।
पीएम मोदी ने तमिलनाडु बीजेपी के बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं से कहा, “विपक्ष में हमारे मित्र बहुत ज्यादा भ्रमित हैं। उन्होंने यह कहने का कोई मौका नहीं छोड़ा कि मोदी (मैं) बुरे हैं। फिर भी, उन्होंने अवसरवादी गठबंधन किया, वह भी ऐसी पार्टियों से जो कुछ समय पहले तक एक-दूसरे को नापसंद करती थीं।” बकौल पीएम, “नए मतदाताओं को साम्राज्यवाद की राजनीति में कोई रुचि नहीं। वे विकास चाहते हैं। वे वादों में यकीन नहीं करते, वे प्रदर्शन में रुचि रखते हैं। वे ड्रामा नहीं चाहते, बल्कि नतीजे चाहते हैं।”
उधर, यूपी कांग्रेस ने भी सपा-बसपा के गठबंधन पर हमला बोला। आजाद ने कहा कि महात्मा गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने देश को आजाद कराया और इसे धर्म निरपेक्ष बनाया। हम यह चुनाव सभी 80 सीटों पर लड़ेंगे और अकेले अपने दम पर लड़ेंगे। हालांकि, उन्होंने यह भी साफ किया कि कांग्रेस ने यूपी में गठबंधन नहीं तोड़ा। वे लोग गठबंधन चाहते थे। अगर वे गठबंधन में होते तो 25 सीटों पर लड़ते, पर अब वे 80 सीटों पर चुनावी मैदान में उतरेंगे।