उत्तर प्रदेश के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और सपा साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। दोनों के बीच 17 सीटों को लेकर सहमति बन गई है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इंडिया गठबंधन के साथ चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि 2 घंटे में सीट शेयरिंग को लेकर घोषणा कर दी जाएगी। सूत्रों का कहना है कि अखिलेश यादव बनारस की उम्मीदवार वापस लेंगे तो कांग्रेस मुरादाबाद की डिमांड भी वापस लेगी।
कांग्रेस ने की इन सीटों की मांग
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस ने अमेठी, रायबरेली, प्रयागराज, कानपुर, झांसी, सीतापुर, अमरोहा, गाजियाबाद, सहारनपुर, लखीमपुर खीरी और श्रावस्ती सीट की मांग की है। वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर सीट छोड़ने को तैयार है। इसके अलावा अखिलेश वाराणसी से अपना प्रत्याशी वापस ले सकते हैं। बता दें कि अखिलेश यादव ने मंगलवार को ही 11 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की थी। इससे पहले सपा ने 16 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर चुकी है। सपा अब तक 32 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर चुकी है।
न्याय यात्रा में शामिल नहीं हुए अखिलेश
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के राहुल गांधी की न्याय यात्रा में शामिल होने की संभावना थी। हालांकि गठबंधन को लेकर सहमति ना होने के कारण अखिलेश यादव न्याय यात्रा में शामिल हुए। अखिलेश यादव ने कहा था कि जब तक कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे को अंतिम रूप नहीं दिया जाता, तब तक वे यात्रा में हिस्सा नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि एक बार सीटों का बंटवारा तय हो जाए तो समाजवादी पार्टी कांग्रेस की न्याय यात्रा में शामिल हो जाएगी।
आज शाम हो सकती है प्रेस कांफ्रेंस
सूत्रों के मुताबिक गठबंधन को लेकर आज शाम दोनों पार्टियां संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर सकती हैं। इसमें सीट शेयरिंग को लेकर घोषणा की जाएगी। जानकारी के मुताबिक दो सीटों को लेकर पेंच फंसा हुआ था। कांग्रेस ने मुरादाबाद की सीट छोड़ दी है। वहीं सीतापुर सीट कांग्रेस को दे दी गई है। इसके अलावा हाथरस की सीट को लेकर भी बातचीत की जा रही थी। अब हाथरस की सीट सपा के खाते में आ गई है।