अखिलेश यादव ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि एक-एक कर उसके विकेट गिरते जा रहे हैं पर वो हमारी रणनीति को समझ ही नहीं पा रही। यादव ने भाजपा के दो मंत्रियों और छह अन्य विधायकों को समाजवादी पार्टी में शामिल करते हुए यह बात कही, जिन्होंने हाल में भाजपा छोड़ने की घोषणा की थी।

योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि हमारे बाबा मुख्यमंत्री क्रिकेट खेलना नहीं जानते, इसलिए उनसे कैच छूट गया। इस बार तो भाजपा वाले ऐेसे हिट विकेट हुए कि कोई इस रणनीति को समझ नहीं पाया। मकर संक्रांति के अवसर पर मुख्यमंत्री के गोरखपुर प्रवास पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा- सरकार के लोगों को पहले ही पता लग गया था कि यहां पर स्वामी प्रसाद के साथ, धर्म सैनी के साथ बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं। हमारे मुख्यमंत्री पहले ही गोरखपुर चले गए।

अखिलेश ने दावा किया कि किसी ने 11 मार्च का टिकट बुक करा रखा था, लेकिन आप लोगों के आ जाने से वह पहले ही गोरखपुर चले गए। उन्होंने कहा कि अब उन्हें वापस भेजना जरूरी है क्योंकि उत्तर प्रदेश को उन्होंने बरबाद कर दिया है। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले हमने कहा था कि मुख्यमंत्री जी को गणित का अध्यापक रखना होगा, जो वह अस्सी और बीस की बात कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी के साथ अस्सी फीसदी लोग खड़े हो ही गए। हालांकि जिन-जिन लोगों ने आज स्वामी प्रसाद मौर्य की बात सुनी होगी, उससे लगता है कि बाकी 20 फीसदी भी उनके खिलाफ हो गए होंगे।

अखिलेश ने कहा- आज भाजपा के पास कोई ठोस उपलब्धि नहीं हैं । यह वही भाजपा के लोग हैं जिन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया था कि सरकार आएगी तो उनकी आय दोगुनी हो जाएगी। आय दोगुनी नहीं हुई, उलटे डीजल और पेट्रोल महंगा कर दिया।

सपा नेता ने कहा कि अब भाजपा का सफाया होना तय है और जो लोग तीन चौथाई की बात कर रहे थे, वह दरअसल तीन से चार सीटों की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी दावा कर रही है कि उसे उत्तर प्रदेश चुनाव में तीन चौथाई सीटों पर जीत मिलेगी, जिसका अर्थ है कि उन्हें केवल तीन या चार सीटें मिलेंगी। उन्होंने कहा कि समाजवादी और अंबेडकरवादी लोग मिलकर काम करेंगे तो 400 सीटें भी जीत जाएंगे, क्योंकि जनता परिवर्तन चाहती है।