समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने के बाद शिवपाल यादव ने अब अपना दर्द बयां किया है। बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर शिवपाल सिंह यादव की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी और सपा के बीच गठबंधन हुआ है। इस गठबंधन में शिवपाल यादव को सिर्फ एक सीट मिली है। ऐसे में एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो कहते नजर आ रहे हैं कि हमने 65 सीटों की लिस्ट सौंपी थी लेकिन हमें एक सीट ही मिली।

सीट बंटवारे से संतुष्ट नहीं: बता दें कि शिवपाल वीडियो में कह रहे हैं कि एक साल पहले 100 प्रत्याशियों को टिकट की घोषणा हमने कर दी थी। लेकिन जब सपा प्रमुख से बातचीत हुई तो कहा गया कि कम से कम सीटें दो। हमने 100 की लिस्ट को 65 कर दिया। उसके बाद भी कहा गया कि ये भी ज्यादा हैं। फिर हमने 45 सीटों की लिस्ट सौंपी। इसपर भी अखिलेश यादव ने कहा कि ये भी अधिक हैं।

‘पार्टी तक कुर्बान कर दी लेकिन मिला क्या’: शिवपाल ने कहा कि जब फाइनल घोषणा हुई तो हमें सिर्फ एक सीट मिली। बता दें कि शिवपाल का कहना है कि भाजपा को सत्ता तक पहुंचने से रोकने के लिए हमने अखिलेश के गठबंधन को स्वीकार किया है। हालांकि अपना दर्द बयां करते हुए उन्होंने कहा है कि मैंने अपनी पार्टी तक कुर्बान कर दी लेकिन मुझे मिला क्या है?

बेटे को दिलवाना चाहते थे टिकट: खबर है कि शिवपाल सीट बंटवारे को लेकर संतुष्ट नहीं है। दरअसल वो अपने बेटे को भी टिकट दिलवाना चाहते थे। लेकिन सपा के साथ जाने पर उनकी एक ना चली।

अखिलेश यादव की सीट का हाल: बता दें कि अखिलेश यादव इस बार मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं उनके सामने मोदी सरकार के केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल हैं। यूपी की तमाम वीआईपी सीटों को लेकर ग्राउंड जीरो रिसर्च और इंडिया टीवी द्वारा फाइनल पोल किया गया है। इसमें करहल की जो तस्वीर सामने आई है उसके मुताबिक एसपी बघेल और अखिलेश यादव के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है।