Hijab Row: हिजाब पहनने को लेकर चल रहे विवाद के बीच यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोई भी लड़की स्वेच्छा से हिजाब नहीं पहनती है। उन्होंने कहा कि यह कुप्रथा है, जिसे कुछ लोग महिलाओं की आजादी कम करने के लिए जबरन लादे रहना चाहते हैं। दूसरी तरफ एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि हिजाब पर इतना विवाद है तो योगी आदित्यनाथ के कपड़ों पर सवाल क्यों नहीं उठता है? हालांकि विपक्ष का कहना है कि चुनाव के दौरान भाजपा यह मुद्दा लोगों का ध्यान असल मुद्दों से हटाने के लिए लेकर आई है।

इंडिया टूडे न्यूज चैनल पर एंकर अंजना ओमकश्यप ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सवाल किया कि जब देश में सबको अपनी पसंद के कपड़े पहनने की आजादी है तो हिजाब पहनने से क्यों रोका जा रहा है। इस पर सीएम योगी ने कहा कि “कोई भी लड़की स्वेच्छा से हिजाब नहीं पहनती है।”

उन्होंने कहा कि “क्या तीन तलाक की कुप्रथा का बालिकाएं या महिलाएं स्वेच्छा से स्वीकार करती थीं क्या? जरा उन बहनों से पूछिए, मैंने तो लखनऊ में तीन तलाक से पीड़ित महिलाओं का सम्मेलन किया था। मैंने तो उनकी आंखों के आंसू को देखे हैं। उनके माता-पिता, भाई-बहन के आंसू को देखे हैं। जब ये बहनें मंच पर आकर अपनी बात कह रही थीं, तब उनके सामने बैठीं किसी की मां, किसी का पिता या किसी का भाई आंसू बहा रहा था। मैंने उनका दर्द देखा है।”

दूसरी तरफ एबीपी न्यूज चैनल पर एंकर पंकज झा से बात करते हुए एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि “अगर कोई क्रिश्चियन क्रास पहनकर आएगा तो आपको एतराज नहीं है, अगर कोई कड़ा पहनकर आएगा तो आपको एतराज नहीं है, अगर कोई बिंदी या सिंदूर लगाकर आता है तो आपको एतराज नहीं है, लेकिन लड़कियां हिजाब लगाकर आती हैं तो आपको एतराज होता है। आप लड़कियों के बाल क्यों देखना चाहते हैं? ऐसा उन बालों में क्या है जिसे आप बालों में देखना चाहते हैं?”

एंकर पंकज ने पूछा कि “सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि देश गजवा ए हिंद से नहीं चलेगा, संविधान से चलेगा, इस पर आप क्या कहेंगे तो ओवैसी ने कहा कि “उनसे पूछिए कि गजवा ए हिंद का क्या मतलब है? पूछा कि सीएम योगी जो कपड़े पहनते हैं उस पर सवाल क्यों नहीं उठते हैं।”