उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव से हाथ मिलाने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि दोनों दल गठबंधन में आगामी चुनाव लड़ेंगे। हालांकि, इस ऐलान के बावजूद दोनों नेता अभी तक एक मंच पर दिखाई नहीं दिए हैं। वहीं, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने साफ कर दिया है कि अखिलेश यादव के नेतृत्व में गठबंधन बना है और उनके नेतृत्व में ही सरकार बनेगी।
‘भारत समाचार’ से बात करते हुए शिवपाल सिंह यादव ने कहा, ”ये तो तय है कि दोनों दल मिलकर चुनाव लड़ेंगे। जहां तक सीटों का सवाल है तो, मिलकर रणनीति के तहत जीतने वाली सीटों पर चुनाव लड़ा जाएगा।” गठबंधन में कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे? इस सवाल पर शिवपाल सिंह यादव ने कहा, ”मेरी कोई ऐसी शर्त नहीं है, जीतने वालों को टिकट मिलना चाहिए। हम दोनों लोग बैठकर यह तय कर लेंगे, इसमें कोई मतभेद नहीं होगा।”
अखिलेश यादव के साथ मंच साझा करने के सवाल पर शिवपाल यादव ने कहा, ”ऐसा जल्द ही देखने को मिलेगा, जहां भी बड़ी रैली होगी, वहां साथ आएंगे और मिलकर ही अब आगे की रणनीति बनाएंगे।” हाल के दिनों में यूपी में कारोबारियों के यहां छापेमारी पर शिवपाल सिंह यादव ने सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, ”जैसे ही चुनाव नजदीक आया है, ऐसा सोचा-समझा जा रहा है कि जहां पर भी विपक्ष के लोग हों, वहीं पर छापेमारी हो, जबकि बहुत ऐसे उद्योगपति हैं, जिनके पास दो नंबर का पैसा हो सकता है लेकिन उनका कुछ नहीं हो रहा है।
शिवपाल यादव ने अपने बेटे को चुनाव मैदान में उतारने के सवाल पर दिया यह जवाब
शिवपाल यादव ने कहा, ”जानबूझकर ये सब हो रहा है, जहां भी उनको मालूम होता है कि ये विपक्ष से जुड़े लोग हैं, उन्हीं पर छापेमारी हो रही है।” क्या वह अपने बेटे आदित्य यादव को भी चुनाव मैदान में उतारेंगे? इस पर शिवपाल यादव ने कहा, ”अभी उनके पास दो-दो पद हैं और पार्टी जो भी फैसला लेगी, उसके आधार पर आगे देखा जाएगा।”