उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में एक बार फिर मुजफ्फरनगर दंगे का मुद्दा गरमाया हुआ है। भारतीय जनता पार्टी पश्चिमी यूपी में इस मुद्दे को जोर-शोर से उछाल रही है। वहीं भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) का कहना है कि ये 2013 का मुजफ्फरनगर नहीं रहा और मुजफ्फरनगर को पॉलिटिकल ट्रेनिंग का स्टेडियम नहीं बनने देंगे।
राकेश टिकैत ने आजतक से बात करते हुए कहा कि जो भी मुजफ्फरनगर को पॉलिटिकल स्टेडियम बनाने का काम करेगा तो उसके बक्कल उतार दिए जाएंगे। एक सवाल के जवाब में राकेश टिकैत ने कहा कि जनता सरकार से नाराज है, लेकिन किसके पक्ष में जा रही है, ये नहीं बता सकते हैं। राकेश टिकैत ने कहा कि वे राजनीति से दूर रहते हैं। राकेश टिकैत ने इशारों-इशारों में कहा कि पेपर आउट थोड़े करते हैं, हम तो सवाल देते हैं।
दूसरी तरफ, आएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने न्यूज24 के साथ बातचीत में सीएम योगी आदित्यनाथ के ‘गर्मी’ वाले बयान को धमकाने वाली भाषा करार दिया। उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए एकदम हारे हुए व्यक्ति की तरह बात कर रहे हैं। किसको धमका रहे हैं सीएम योगी? इस सवाल पर जयंत चौधरी ने कहा, “मुझे लगता है कि उनको खुद पता नहीं है कि वह किसको धमका रहे हैं। आप पश्चिमी यूपी में आएंगे और ऐसी भाषा का इस्तेमाल करेंगे, तो यहां के लोग ऐसी चीज बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
जयंत चौधरी ने आगे कहा, “जितना वो हमें दबाने की कोशिश करेंगे, हम उतने ही शक्तिशाली होंगे और जवाब जनता देगी। जिस पद पर वह बैठे हुए हैं, ऐसा लगता है कि एक हारे हुए व्यक्ति की तरह बात कर रहे हैं।” एक अन्य सवाल के जवाब में जंयत चौधरी ने कहा कि जंग होने से देश में तरक़्क़ी कैसे हो सकती है? उसमें हमारे भाई-रिश्तेदार शहीद होते हैं। जयंत चौधरी ने कहा कि भारत की संस्कृति कभी नहीं रही कि हम आक्रमण करें, हम जवाब दे सकते हैं।
जयंत ने कहा कि किसान जब सड़क पर आता है तो भाजपा से यह सहन नहीं होता है। पांच सालों से किसी भी किसान को लखनऊ नहीं जाने दिया गया। देश की राजधानी दिल्ली में किसान घुस नहीं सकता है।