14 फरवरी को वाराणसी में कलेक्ट्रेट परिसर में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी प्रमुख ओम प्रकाश राजभर को अधिवक्ताओं का विरोध झेलना पड़ा। इसको लेकर ओमप्रकाश राजभर ने कथित रूप से आरोप लगाया कि उनके साथ भाजपा कार्यकर्ताओं ने बदसलूकी की। ऐसे में अब यूपी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा है कि हम लोग गरीबों की सेवा करने आए हैं, ये सब काम सपा, बसपा और कांग्रेस का है।

बता दें कि शिवपुर विधानसभा सीट से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के उम्मीदवार अरविंद राजभर के नामांकन में ओमप्रकाश राजभर भी शामिल हुए थे। वहीं जब वो वाराणसी में कलेक्ट्रेट पहुंचे तो वहां मौजूद लोगों ने कथित रूप से उनके साथ बदसलूकी की। इसके साथ वहां राजभर के खिलाफ नारेबाजी भी हुई।

इसको लेकर ओपी राजभर ने अपने बेटे और पार्टी के उम्मीदवार अरविंद राजभर को लेकर कहा कि नामांकन के दौरान उनके ऊपर हमला हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि काले कोट में बीजेपी और योगी के गुंडे आए थे। मेरी हत्या हो सकती है। बता दें कि उन्होंने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर अपने बेटे और अपने लिए सुरक्षा की मांग भी की है।

वहीं इन आरोपों पर स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि, मेरे कार्यकर्ता इतने सरल और सज्जन हैं कि वो एक चीटीं भी नहीं मार सकते। यह सब सपा, बसपा और कांग्रेस का काम है। हम लोग गरीबों की सेवा के लिए आए हैं।

बता दें कि ओपी राजभर ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग कि गाइडलाइन है कि नामांकन के लिए सिर्फ तीन लोग ही अंदर जा सकते हैं। एक उम्मीदवार, प्रत्याशी, और वकील। लेकिन वहां योगी के इशारे पर डीएम और कमिश्नर द्वारा भीड़ जमा की गई थी। हमें नामांकन के दौरान भद्दी-भद्दी गालियां दी गई। हमारे साथ मारपीट की गई। उन्होंने कहा कि गोलबंदी करके हम पर नजर रखी जा रही थी।

योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि मैं अपने लोगों से कहना चाहूंगा कि चाहे मेरी हत्या ही क्यों ना हो जाए लेकिन यह लड़ाई जारी रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ये सब योगी के पाले हुए गुंडे हैं। प्रदेश भर में लोगों को डराकर वोट लेने की कोशिश कर रहे हैं। मैंने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की है।