यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने हरदोई के शाहाबाद विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी सभा में समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अहमदाबाद ब्लास्ट केस में फांसी की सजा पाने वाला एक आतंकी आजमगढ़ का है। योगी ने आरोप लगाया कि उस आतंकी के पिता आजमगढ़ में समाजवादी पार्टी के प्रचारक हैं।

सीएम योगी ने कहा कि मैं अब्बाजान तभी कहता था क्योंकि मैं इनकी हरकतें देखता था। बता दें कि अहमदाबाद सीरियल बम ब्लास्ट केस में स्पेशल कोर्ट ने 49 में से 38 दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है।

शाहाबाद में सीएम योगी ने कहा, “अहमदाबाद ब्लास्ट केस में गुजरात की एक अदालत ने 38 लोगों को दोषी माना है। इनमें 8 दोषी आजमगढ़ से है। इन्हीं में एक दोषी के पिता समाजवादी पार्टी में सक्रिय कार्यकर्ता हैं। इसको लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव को सफाई देना चाहिए और जनता से माफी मांगनी चाहिए। सीएम योगी ने कहा कि सपा प्रमुख को नाक रगड़कर माफी मांगनी चाहिए।”

सीएम योगी ने हमला बोलते हुए कहा, “सपा की सरकार के समय पार्टी ने अयोध्या राम जन्मभूमि और काशी में संकट मोचन मंदिर पर आतंकी हमला करने वाले, गोरखपुर और बिजनौर में सीरियल विस्फोट करने वाले के मुकदमों को वापस लेने का फैसला किया था। हम धन्यवाद करना चाहते हैं कि उस समय कोर्ट ने आतंकियों को छोड़ा नहीं।”

सीएम योगी ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि दुर्भाग्य से यूपी में चार बार सपा ने शासन किया। हर बार प्रदेश की जनता ने दंगा, अराजकता और सत्ता प्रायोजित अपराध झेला है। एक समय ऐसा भी आया जब यूपी में हर प्रमुख शहर में बम ब्लास्ट हुए हैं। लखनऊ, काशी में संकट मोचन मंदिर, अयोध्या-वाराणसी की कचहरी में ब्लास्ट की घटनाएं हुईं थीं।

उन्होंने कहा 2012 में जब सपा सरकार आई तो आतंकी घटनाओं में शामिल लोगों के खिलाफ दायर मुकदमों को वापस लेने की कोशिश की थी। जिसपर हाईकोर्ट ने स्टे किया था।

उन्होंने सवाल किया कि मैं सपा के मुखिया से पूछना चाहता हूं आखिर किस हैसियत से आंतिकयों पर लगे मुकदमों वापस लेने की कोशिश की गई। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश और देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का काम हुआ है। उन्होंने कहा कि हमारी माताओं-बहनों ने इस बार ठान लिया है कि जिन साइकिलों के जरिए बमबाजी होती थी, उसे पंचर करके ही रहेंगी।