यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल यादव की पार्टी को छह सीटों का ऑफर दिया है। बुधवार को मीटिंग में अखिलेश यादव ने ये ऑफर दी है। सूत्रों ने जानकारी देते हुए कहा है कि शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव जसवंत नगर से चुनाव लड़ सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) को यूपी चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन के एक हिस्से के रूप में 6 सीटों की पेशकश की गई है। वहीं उनके बेटे आदित्य यादव को जसवंत नगर की सीट दी जा सकती है। शिवपाल यादव 1996 से जसवंत नगर विधानसभा से लगातार विधायक हैं।
इन छह सीटों में से गुन्नौर, जसवंतनगर, भोजपुर, जसराना, मुबारकपुर और गाजीपुर सदर शामिल है। दिलचस्प बात यह है कि सपा ने 2017 के विधानसभा चुनाव में इनमें से कोई भी सीट नहीं जीती थी। शायद यही कारण है कि अखिलेश इन सीटों पर अपने चाचा शिवपाल के सहारे परचम लहराने की कोशिश कर रहे हैं।
बुधवार को अखिलेश यादव के साथ मीटिंग के बाद शिवपाल यादव, अपने भतीजे के पक्ष में ट्वीट करते भी दिखे। उन्होंने ट्वीट कर कहा- “समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी के नेतृत्व में शामिल सभी सहयोगी दलों के साथ आगामी आम विधानसभा की चुनावी तैयारियों पर चर्चा हुई। प्रदेश के करोड़ों लोगों की यह आकांक्षा है कि उत्तर प्रदेश में श्री अखिलेश यादव जी के नेतृत्व में सपा गठबंधन की सरकार बनें”।
वहीं अखिलेश यादव ने आज अगले चुनाव के लिए एनसीपी के साथ भी गठबंधन पर अपनी मुहर लगा दी है। एनसीपी भी इस मीटिंग में शामिल थी। सपा की ओर से मीटिंग के बाद जानकारी दी गई है कि एनसीपी को एक सीट दी गई है। सपा के पेज से ट्वीट कर कहा गया- “एनसीपी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष उमाशंकर यादव जी ने माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी से मुलाकात कर चुनावी चर्चा की। एनसीपी नेता केके शर्मा जी, बुलंदशहर की अनूपशहर – 067 विधानसभा सीट से सपा-एनसीपी गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी होंगे।”
बता दें कि अखिलेश सरकार में मंत्री रहे शिवपाल यादव ने पारिवारिक विवाद के बाद 29 अगस्त, 2018 को पीएसपी-एल नाम की पार्टी का गठन किया था। जिसके बाद हुए चुनावों में शिवपाल यादव को कोई खास सफलता हाथ नहीं लगी। वहीं अखिलेश भी सत्ता से बाहर हो गए। अब इसबार दोनों चाचा भतीजे एक बार फिर से एक साथ आ गए हैं।