उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में गृह मंत्री अमित शाह की एंट्री हो गई है। अमित शाह 31 दिसंबर को अयोध्या पहुंचेंगे जहां वह जीआईसी ग्राउंड पर एक चुनावी जनसभा को भी संबोधित करेंगे। अयोध्या के दौरे पर अमित शाह रामलला का दर्शन करेंगे, साथ ही हुनमानगढ़ी भी जाएंगे। शाह के अयोध्या दौरे को देखते हुए पार्टी तैयारियों में जुटी हुई है।
जैसे-जैसे चुनावी सरगर्मी बढ़ रही है, अयोध्या को लेकर सियासत गरमाती जा रही है। अयोध्या में हो रहे राम मंदिर निर्माण को लेकर विपक्ष और सत्ताधारी दल भाजपा के बीच आए दिन बयानबाजी देखने को मिलती है। अयोध्या आगामी विधानसभा चुनाव का केंद्र बनता नजर आ रहा है। वहीं, अमित शाह के अयोध्या दौरे से सूबे का सियासी पारा और भी बढ़ने के आसार हैं। शाह के 31 दिसंबर के अयोध्या दौरे को लेकर भाजपा ने सोमवार को एक बैठक भी की है।
एक तरफ, अयोध्या में होने वाले विकास कार्यों के जरिए भारतीय जनता पार्टी प्रदेश की जनता को ये संदेश देने की कोशिश कर रही है कि जो कुछ भी हो रहा है वह यूपी की योगी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार की देन है। जबकि, विपक्ष भाजपा पर अयोध्या के बहाने धर्म की राजनीति करने का आरोप लगाता रहा है।
सीएम योगी आदित्यनाथ भी विकास कार्यों की समीक्षा करने अयोध्या जाते रहे हैं। वहीं, अब गृह मंत्री अमित शाह भी अयोध्या के दौरे पर जा रहे हैं, जिसको लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। जीआईसी ग्राउंड में होने वाली उनकी रैली को लेकर भाजपा बड़ी तैयारी कर रही है। बताया जा रहा है कि अयोध्या के दौरे पर शाह शहर में एक रोड शो भी कर सकते हैं।
इसके पहले, कासगंज में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने राम मंदिर निर्माण को लेकर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधा। शाह ने कहा, ”सपा यह सपना देख रही है कि वह यूपी में सत्ता में आएगी और राम जन्मभूमि पर चल रहे कार्यों को रोक देगी।” अमित शाह ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को कोई नहीं रोक सकता है।