यूपी चुनाव में कांग्रेस को लगातर झटका लग रहा है। पार्टी के कई बड़े नेता पहले ही पार्टी छोड़कर बीजेपी या सपा में शामिल हो चुके हैं। इनमें से कई ने तो उम्मीदवार घोषित होने के बाद पार्टी से इस्तीफा दिया है। अब इसी क्रम में तरबगंज की कांग्रेस प्रत्याशी सविता पांडेय ने हाथ छोड़कर कमल का दामन थाम लिया है।

गोंडा जिले के तरबगंज निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस द्वारा मैदान में उतारी गई सविता पांडेय अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गईं। भाजपा की उत्तर प्रदेश इकाई ने एक बयान में कहा कि पांडेय अपने समर्थकों के साथ यहां राज्य मुख्यालय में पार्टी में शामिल हुई। उन्होंने उत्तर प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली है।

पांडेय ने कहा कि वह भाजपा में इसलिए शामिल हुईं क्योंकि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व से प्रभावित थीं। पांडेय ने कहा- “पिछले पांच वर्षों में, राज्य की हर महिला को यह महसूस हुआ है कि वे केवल भाजपा सरकार में ही सुरक्षित हैं। पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकारों की जनकल्याणकारी नीतियों से प्रभावित होकर मैं भाजपा में शामिल हो रही हूं”।

मिली जानकारी के अनुसार प्रियंका गांधी, सविता पांडेय पर काफी विश्वास करती थीं। इसलिए उन्हें इस सीट से उम्मीदवार बनाया गया था। प्रियंका गांधी इस चुनाव में कांग्रेस का नेतृत्व कर रही हैं और उन्होंने वादा किया है कि इस चुनाव में 40 प्रतिशत कांग्रेस उम्मीदवार महिला होगी। इसी के तहत सविता पांडेय को मौका दिया गया था, लेकिन वो ऐन चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गईं हैं।

सविता पांडेय पहली उम्मीदवार या नेता नहीं हैं, जो इस विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी छोड़ अन्य पार्टियों में शामिल हो गए हैं। इससे पहले घोषित उम्मीदवारों में मनीष जायसवाल, हैदर अली खान, सुप्रिया एरेन कांग्रेस छोड़कर सपा और बीजेपी समेत अन्य पार्टियों में शामिल हो चुके हैं। वहीं बड़े नेताओं में आरपीएन सिंह बीजेपी और इमरान मसूद सपा में शामिल हो चुके हैं।