उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को अयोध्या के दौरे पर पहुंचे थे, जहां उन्होंने डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं को टैबलेट-स्मार्टफोन वितरित किया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, ”जो कहते थे कि अयोध्या में परिंदा भी पर नहीं मार सकता,आज इस नए उत्तर प्रदेश के नई अयोध्या को देखने के लिए वे भी अपने आप को नहीं रोक पा रहे हैं।”
सीएम योगी ने कहा, ”आज मैं केवल अयोध्या के युवाओं को टैबलेट व स्मार्टफोन देने के लिए यहां आया हूं। अभ्युदय कोचिंग आपके जनपद में भी तैयार है। यूपी सरकार ने अभ्युदय कोचिंग से जुड़े हुए 10,000 प्रतियोगी छात्र-छात्राओं को भी टैबलेट उपलब्ध कराया है।”
विपक्ष पर निशाना साधते हुए सीएम योगी ने कहा, ”कुछ लोग कहते थे कि अगर अयोध्या में राम जन्मभूमि का फैसला हो गया तो खून की नदियां बहेंगी। तब मैं कहता था कि अरे भाई एक मच्छर भी नहीं मरेगा।” मुख्यमंत्री ने कहा, ”पूर्व की सरकार में बेटियों की सुरक्षा में खतरा बने अपराधियों को छुड़ाने के लिए कहते थे कि ‘लड़कों से गलती हो जाती है।’ आज अगर कोई गलती करता है तो उत्तर प्रदेश का बुलडोजर उसे जवाब देने के लिए तैयार रहता है।”
सीएम ने कहा, ”अयोध्या अब विश्वस्तरीय नगरी बनेगी। प्रधानमंत्री की भावनाओं के अनुरूप त्रेतायुग की याद को जीवंत करने हेतु अयोध्या की आध्यात्मिक व सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करते हुए यहां के भौतिक विकास को ऊंचाइयों तक पहुंचाने की दिशा में कार्य आगे बढ़ रहा है।” उन्होंने कहा, ”रामराज्य यही है- हर गरीब को बिना भेदभाव के मकान मिल जाना, शौचालय मिल जाना, रसोई गैस का कनेक्शन मिल जाना, बिजली का कनेक्शन मिल जाना। 70 वर्षों में जितना विकास प्रदेश व अयोध्या में नहीं हुआ था, वो पांच वर्षों में हुआ है।”
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने कार्यकाल के दौरान लिए गए फैसलों का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा, ”पिछली सरकार का पहला फैसला , ‘राम जन्मभूमि पर हमला करने वाले आतंकवादियों पर लगे मुकदमे वापस लेना था।’ जबकि हमारी सरकार का पहला फैसला- प्रदेश के अवैध बूचड़खाने बंद करना, एंटी रोमियो स्क्वॉयड का गठन करना, 86 लाख किसानों का ₹36,000 करोड़ ऋण माफ करना था।”