यूपी चुनाव के पहले फेज में पश्चिमी यूपी में वोट डाले जाने हैं। यहां समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल का गठबंधन चुनावी मैदान में बीजेपी को टक्कर देता दिख रहा है। किसान आंदोलन के कारण और सत्ता विरोधी लहर के कारण बीजेपी जाटलैंड में मुश्किलों में घिरती दिख रही है। यहीं कारण है कि बीजेपी नेता अब यहां जाट समुदाय को रिझाने की कोशिशों में लगे हैं। इसी क्रम में जयंत चौधरी को अपने साथ आने का न्योता भी अमित शाह दे चुके हैं। हालांकि जयंत ने टका सा जवाब देते हुए मना कर दिया था।
आजतक पर चल रहे एक डिबेट में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला है। बीजेपी प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने जब चौधरी अजित सिंह के अपमान की बात उठाकर सहानुभूति दिखाई तो सपा प्रवक्ता मनोज सिंह कक्का ने जोरदार पलटवार कर दिया।
बीजेपी प्रवक्ता प्रेम शुक्ला से जब एंकर ने पूछा कि बीजेपी, जयंत चौधरी के पीछे क्यों पड़ी है… इस पर प्रेम शुक्ला ने कहा-“हम बार-बार याद दिला रहे हैं कि यही मुलायम सिंह यादव, अखिलेश सिंह यादव के पिता हैं, जिन्होंने चौधरी चरण सिंह की विरासत छिनने के लिए अजित सिंह के पीठ में खंजर घोपा था। ये वहीं अखिलेश यादव हैं जिन्होंने बार-बार अजित सिंह को अपमानित किया था। तब अजित सिंह ने कहा था जिस गाड़ी में लाल झंडा, समझो उसमें बैठा हुआ है गुंडा”।
इसके बाद प्रेम शुक्ला पर पलटवार करते हुए सपा प्रवक्ता मनोज सिंह कक्का ने कहा कि बीजेपी यूपी में हार रही है, इसलिए वो ऐसी बातें कर रही है। कैराना के मुद्दे पर बोलते हुए सपा प्रवक्ता ने कहा- “1942 से लेके 1948 तक सिंध प्रांत में हिन्दू महासभा ने मुस्लिम लीग के साथ मिलकर सरकारें चलाईं… कौन जाकर चादर चढ़ाया”।
बता दें कि पश्चिमी यूपी में बीजेपी कैराना पलायन और मुजफ्फरनगर दंगों को याद दिलाते हुए जनता से वोट मांग रही है। वहीं सपा और रालोद का कहना है कि बीजेपी ने किसानों का अपमान किया है और यहां बीजेपी हारने जा रही है, इसलिए वो ऐसी बातें बोलकर जनता को गुमराह कर रही है।