बिहार की पूर्णिया लोकसभा सीट चर्चा का विषय बनी हुई है। इंडिया गठबंधन के तहत ये सीट आरजेडी के कोटे में गई लेकिन यहां से कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने भी चुनाव लड़ने के लिए नामांकन भर दिया है। कांग्रेस ये सीट आरजेडी से मांग रही थी लेकिन बात नहीं बनी। हालांकि अब भी पप्पू यादव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। दरअसल इस सीट पर आरजेडी कांग्रेस नेता राहुल गांधी की रैली करवाने की तैयारी में है। अब बड़ा सवाल यह है कि क्या पप्पू यादव के खिलाफ राहुल गांधी चुनाव प्रचार करेंगे।

पप्पू यादव आरजेडी की उम्मीदवार बीमा भारती का विरोध कर रहे हैं। ऐसे में अब आरजेडी ने रणनीति बनाते हुए कांग्रेस नेतृत्व को राहुल गांधी की तेजस्वी यादव के साथ एक रैली कराने का अनुरोध भेजा है। हालांकि अभी तक इस मामले पर दोनों दलों की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन अगर राहुल गांधी रैली करते हैं तो यह पप्पू यादव के लिए बड़ा झटका होगा।

8 अप्रैल नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख थी लेकिन पप्पू यादव ने वापस नहीं लिया। इसके बाद अब इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प होने वाला है। इस सीट पर कांग्रेस चुनाव लड़ना चाहती थी और उसकी तरफ से पप्पू यादव का नाम लगभग फाइनल था। पप्पू यादव ने अपनी पार्टी का विलय भी 20 मार्च को ही कांग्रेस में कर दिया था। लेकिन अब उन्हें टिकट नहीं मिला क्योंकि ये सीट आरजेडी के कोटे में चली गई।

बीमा भारती ने जेडीयू छोड़कर आरजेडी ज्वाइन की थी। वह जेडीयू से रुपौली विधानसभा से विधायक थीं लेकिन उन्होंने पार्टी छोड़ी और लालू यादव ने सीट बंटवारे से पहले ही उन्हें आरजेडी का सिंबल दे दिया। इससे पप्पू यादव नाराज भी थे और उन्होंने 4 अप्रैल को ही नामांकन भर दिया।

पप्पू यादव ने अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय करने से पहले लालू यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात भी की थी। उन्हें भरोसा था कि लालू यादव ये सीट कांग्रेस को दे देंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बाद में पप्पू यादव ने कहा था कि पता नहीं लालू यादव को उनसे क्या दिक्कत है?