मध्य प्रदेश में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। वहीं सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। इस बीच कांग्रेस के लिए सपा और बसपा बड़ी मुसीबत बनने वाली है। बहुजन समाज पार्टी (BSP) और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (GGP) ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए गठबंधन बनाया है।

बसपा के राज्यसभा सदस्य रामजी गौतम और जीजीपी के राष्ट्रीय महासचिव बलबीर सिंह तोमर ने सीट बंटवारे को लेकर घोषणा की। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बसपा 178 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि जीजीपी 52 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दोनों दलों के नेताओं ने कहा, “दलितों, आदिवासियों और महिलाओं पर अत्याचार को खत्म करने के लिए मध्य प्रदेश में इस गठबंधन की सरकार बनेगी। इससे भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस की तानाशाही और पूंजीवादी शासन भी खत्म होगा और गरीबों को न्याय मिलेगा।” बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव में बीएसपी को महज 2 सीट पर जीत मिली थी, लेकिन बाद में उसके दोनों विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे।

इससे पहले समाजवादी पार्टी ने भी मध्य प्रदेश में 6 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है। माना जा रहा है कि यह सभी उम्मीदवार कांग्रेस को नुकसान पहुंचाएंगे। समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे बुंदेलखंड क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकती है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी मध्य प्रदेश का दौरा किया और आदिवासी के घर पर खाना भी खाया।

बता दें कि मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला है। बीजेपी इस बार नई रणनीति के तहत काम कर रही है। बीजेपी ने 79 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा भी कर दी है। यह वे सीटें हैं जहां पर भाजपा कमजोर नहीं है। बीजेपी ने मध्य प्रदेश चुनाव में अपने दिग्गजों को भी मैदान में उतारा है।

वहीं तक अभी तक कांग्रेस ने एक भी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। कांग्रेस पार्टी भी बीजेपी के खिलाफ जन आक्रोश यात्रा निकालकर राज्य भर में चुनाव प्रचार कर रही है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को मध्य प्रदेश का दौरा किया और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा।