पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी लगभग नौ महीने बाद अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली जा सकती हैं। स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं में इस बात को लेकर काफी उत्सुकता है कि वे अगला चुनाव लड़ेंगी या नहीं और अगर नहीं लड़ेंगी तो उनकी जगह कौन लेगा। बुधवार को सोनिया दो दिवसीय दौरे के लिए रायबरेली जा सकती हैं। स्वास्थ्य कारणों के चलते पिछले पांच सालों में कम ही बार रायबरेली जा पाई हैं। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी जा सकते हैं।
सोनिया का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब भाजपा ने गांधी परिवार का गढ़ कही जाने वाली दो सीटें अमेठी और रायबरेली पर खास नजर बना रखी है। उल्लेखनीय है कि अमेठी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी चुनाव लड़ते हैं। पिछले महीने ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रायबरेली का दौरा किया था और कई योजनाओं का शिलान्यास किया था। इनमें रायबरेली रेल कोच फैक्ट्री के 900वें कोच और यहां बने हमसफर रैक को हरी झंडी दिखाना भी शामिल है।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के साथ टकराव के चलते राहुल के दौरे की तारीखों में बदलाव किया गया था। अब राहुल और सोनिया दोनों एक साथ जाएंगे। माना जा रहा है कि राहुल फुर्सतगंज में ग्राम प्रमुखों के संग मुलाकात के साथ दौरे की शुरुआत कर सकते हैं। इसके बाद वे ‘किसान शहीद स्थल’ जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दे सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को लग रहा है कि रायबरेली से सोनिया की जगह प्रियंका चुनाव लड़ सकती है। इससे पहले सोनिया की रायबरेली यात्रा के दौरान प्रियंका भी उनके साथ थीं। 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान वे आखिरी बार रायबरेली नजर आई थीं। कार्यकर्ताओं को उम्मीद है कि सोनिया गांधी के दौरे पर उनके सवाल का जवाब मिल जाएगा और उनसे चर्चा के बाद स्थिति साफ हो जाएगी।