लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर पटना में हुई विपक्षी दलों की मीटिंग बेहद अहम मानी जा रही है। इस मीटिंग के बाद विपक्षी दल बेहद उत्साहित हैं और लगातार बीजेपी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। अब महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना यूबीटी के नेता उद्धव ठाकरे की पार्टी के मुखपत्र सामना में पटना मीटिंग में शामिल हुए विपक्षी दलों को ‘भारत का वागनर ग्रुप’ करार दिया है। सामना में दावा किया गया है कि पटना मीटिंग में शामिल हुए दल केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को गिरा देंगे।

सामना के संपादकीय में कहा गया है कि ‘वागनर ग्रुप’ पटना में मोदी की ताकत को चैलेंज करने के लिए एक साथ आया। महत्वपूर्ण बात यह है कि यह ग्रुप किराए के लिए नहीं है। पुतिन की तरह मोदी को भी जाना होगा लेकिन लोकतांत्रिक प्रक्रिया के जरिए। पटना में ‘वागनर ग्रुप’ ने यह संकेत दे दिए हैं।

विपक्ष के बैठक में कौन- कौन हुआ था शामिल? – सामना के संपादकीय में कहा गया कि 23 जून शुक्रवार को बिहार की राजधानी पटना में हुई बैठक में 17 विपक्षी दलों ने शिरकत की थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के घर हुई इस बैठक में 5 राज्यों के मुख्यमंत्रीऔर करीब इतने ही पूर्व मुख्यमंत्री शामिल हुए थे। बैठक में शामिल विपक्षी दल इस बात पर राजी हुए कि नरेंद्र मोदी को सत्ता से हटाने के लिए वो मिलकर लोकसभा 2024 का चुनाव लड़ेंगे। यह लोकतंत्र के लिहाज से अच्छा है।

अमित शाह पर भी साधा निशाना

पटना में हुई विपक्ष की बैठक पर अमित शाह ने प्रहार किया था। अमित शाह पर पलटवार करते हुए सामना के संपादकीय में कहा गया कि उम्मीद के मुताबिक अमित शाह ने मीटिंग पर प्रतिक्रिया दी। अमित शाह ने कहा था कि विपक्ष के लोग फोटो खिंचवाने के लिए जुटे हैं। चाहे कितनी भी विपक्षी पार्टियां साथ आ जाए लेकिन बीजेपी 300 से ज्यादा सीटें जीतेगी। इसपर पलटवार करते हुए सामने में सवाल किया गया कि इस देश में ‘फोटो लवर’ कौन है?

सामना के संपादकीय में यह भी कहा गया है कि बीजेपी का समर्थन करने वाले दल ही “पहले हमला करेंगे”।

संपादकीय में कहा गया कि मोदी-शाह ने जीत का ढोल पीटने, मतदाताओं पर दबाव बनाने के लिए बड़ी संख्या में भाड़े के सैनिक तैयार किए हैं। ये भाड़े के सैनिक ही उन पर सबसे पहले हमला करेंगे। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण फिलहाल रूस में देखने को मिला। पुतिन की तरह मोदी-शाह भी तानाशाही की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने अपने चारों ओर भाड़े के आदमी खड़े किए हैं, उन भाड़े के लोगों ने देश की संपत्ति बेच दी है।

संपादकीय में यह भी दावा किया गया कि पटना मीटिंग के बाद विपक्षी दलों के एक साथ आने से बीजेपी की सीटों की संख्या गिरकर 100 पर आ जाएगी। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पहले कहा था कि पार्टी 400 से ज्यादा सीटें जीतेगी लेकिन अब अमित शाह ने टारगेट कम करते हुए 300+ कर दिया है।