राजस्थान की 200 विधानसभा सीटों पर 25 नवंबर को होने वाले मतदान से पहले कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने दौसा जिले के सिकराय में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए शुक्रवार को कहा कि इनका ध्यान जनता की भलाई पर नहीं बल्कि किसी तरह सत्ता में बने रहने पर है। आइए जानते हैं दौसा में प्रियंका गांधी के भाषण की बड़ी बातें।

  1. प्रियंका गांधी ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर उसके उद्योगपति मित्रों के लिए काम करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आप पिछले दस साल में देखिए नीति बन गई है, गरीबों से खींचना और बड़े-बड़े उद्योगपतियों को सींचना।
  2. प्रियंका ने पीएम मोदी के राजस्थान में अपने नाम पर वोट मांगने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि क्‍या वो प्रधानमंत्री का पद छोड़कर, यहां आकर मुख्‍यमंत्री बनने वाले हैं? क्या उनको अपनी पूरी पार्टी में कोई चेहरा नहीं मिल रहा?
  3. कांग्रेस नेता ने कहा, “राजस्थान में जब भाजपा की सरकार थी, तो इन्होंने प्रदेश में कितनी योजनाएं शुरू कीं? अभी तक ईआरसीपी का वादा क्यों नहीं पूरा किया ? बात साफ है, मोदी जी और भाजपा का ध्यान आपकी भलाई पर नहीं है, किस तरह से सत्ता में रहना है, किस तरह से अपने आप को मजबूत करना है यही उनका एकमात्र लक्ष्य है। इसी पर उनका ध्यान है।”
  4. उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को भाजपा नेताओं से पूछना चाहिए कि वे चुनाव के समय विकास के बजाय धर्म और जाति की बात क्यों करते हैं? धर्म पर राजनीति को लेकर भाजपा नेताओं पर हमला बोलते हुए प्रियंका ने कहा, “लोगों को यह समझना होगा कि वे चुनाव के दौरान विकास से जुड़े मुद्दों के बजाय धर्म और जाति के बारे में क्यों बात करते हैं। जब-जब चुनाव आता है तो वे धर्म और जाति की बात करते हैं। धर्म की रक्षा, धर्म को आगे बढ़ाने की बात से कोई हिंदुस्तानी इनकार नहीं कर सकता। यह ऐसी चीज है जिससे हम सब के जज्बात जुड़े हुए हैं। लेकिन आपको समझना पड़ेगा कि ये बात चुनाव के समय क्यों उठ रही है।”
  5. राजस्थान भाजपा पर कटाक्ष करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि भाजपा आपके बारे में नहीं सोच रही। वहां स्वार्थ हावी है। सब नेता खुद को मुख्यमंत्री घोषित कर रहे हैं। कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा, भानुमति जी ने कुनबा जोड़ा, मोदी जी के अहंकार ने कुनबा तोड़ा।”