राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा-कांग्रेस दोनों ही दलों ने दो-दो लिस्ट जारी कर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। कांग्रेस ने जयपुर की मालवीय नगर विधानसभा से एक बार फिर अर्चना शर्मा को मैदान में उतारा है, उनके सामने भाजपा की ओर से मौजूदा विधायक कालीचरण सराफ फिरसे मैदान में हैं। पिछले चुनाव में कालीचरण सराफ ने अर्चना शर्मा को 4704 वोटों के अंतर से हराया था। टिकट मिलने के बाद कार्यकर्ताओं के बीच पहुंची अर्चना शर्मा भावुक दिखाई दीं। टिकट मिलने से पहले कुछ कार्यकर्ता उनके विरोध में दिल्ली तक पहुंच गए थे।

भावुक होकर अर्चना शर्मा ने कहा- अगर हार गई तो…

मालवीय नगर से कांग्रेस उम्मीदवार अर्चना शर्मा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें वह कार्यकर्ताओं का संबोधित करते हुए भावुक दिखाई दे रही हैं। अर्चना शर्मा ने कहा, “अगर मैं यह चुनाव हारी तो यह मेरे जीवन का आखिरी…” इतना कहकर वह चुप हो गईं और रोने लगीं। कार्यकर्ताओं ने इसके बाद नारेबाजी शुरू कर दी। अर्चना शर्मा ने पिछली बार भी इस ही सीट से चुनाव लड़ा था लेकिन वह हार गईं थीं। इस बार उन्हें टिकट मिलने के कयासों के दौरान कई तरह की बातें कही जा रही थीं।

क्या था पिछली बार का आंकड़ा

चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक 2018 विधानसभा चुनाव में इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली थी। जहां भाजपा के कालीचरण सराफ ने जीत दर्ज की थी। मालवीय नगर विधानसभा में मतदाताओं की तादाद 212343 है। कालीचरण सराफ को 70221 वोट मिले थे। जबकि अर्चना शर्मा ने 68517 वोट हासिल किए थे।

विप्र कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष महेश शर्मा ने अर्चना सिंह को टिकट दिए जाने से नाराज होकर इस्तीफा दे दिया है। वह खुद के लिए इस सीट से टिकट चाहते थे। वह अपनी मांग को लेकर दिल्ली भी पहुंचे थे। अर्चना शर्मा का कहना है कि वह इस बार पूरी मेहनत के साथ चुनाव लड़ेंगी। अर्चना शर्मा कांग्रेस मीडिया सेल राजस्थान की अध्यक्ष भी रही हैं।