Rajasthan Pradesh Assembly Election Results: राजस्थान की बानसूर विधानसभा सीट पर मतगणना पूरी हो चुकी है। कुल 21 राउंड की गिनती के बाद आए नतीजों के मुताबिक, बीजेपी के देवी सिंह शेखावत ने 74,20 वोटों से इस विधानसभा सीट पर कांग्रेस की मौजूदा विधायक शंकुतला रावत को हरा दिया है। साल 2018 में इस सीट पर कांग्रेस की शंकुतला रावत ने जीत दर्ज की थी।
किसे मिले कितने वोट, क्या रहा जीत का अंतर ?
बनसौर विधानसभा सीट पर जीत दर्ज करने वाले बीजेपी प्रत्याशी देवी सिंह शेखावत को 61,605 वोट मिले, दूसरे नंबर पर रहे आजाद समाज पार्टी के रोहिताश कुमार जिन्हें 54,185 वोट मिले हैं। देवी सिंह शेखावत ने आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी को 7420 वोटों के अंतर से हराया है। तीसरे नंबर पर कांग्रेस की उम्मीदवार शकुंतला रावत रहीं जिन्हें 45,639 वोट मिले हैं।
साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बानसूर विधानसभा सीट से 12 उम्मीदवार मैदान में थे, लेकिन कांटे का मुकाबला तीन प्रत्याशियों के बीच ही देखने को मिला था। यहां कांग्रेस की शकुंतला रावत को 65,656 वोट मिले तो निर्दलीय प्रत्याशी देवी सिंह शेखावत के खाते में 47,736 वोट आए थे। चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के महेंद्र सिंह यादव तीसरे नंबर पर रहे थे। उन्हें 44,226 वोट मिले थे। कांग्रेस की शंकुतला रावत ने 17,920 (10.8%) मतों के अंतर से फतह हासिल की थी।
2018 में कितने थे मतदाता-
2018 के चुनाव में बानसूर विधानसभा सीट पर कुल 2,16,308 मतदाता थे। जिसमें पुरुष वोटर्स की संख्या 1,15,601 थी। वहीं महिला मतदाताओं की संख्या 1,00,707 थी, इसमें से कुल 1,66,485 (77.9%) वोटर्स ने वोट डाले थे। जबकि 1,966 (0.9%) लोगों ने नोटा का इस्तेमाल किया था।
बानसूर सीट का राजनीतिक इतिहास-
अगर बानसूर सीट के राजनीतिक इतिहास की बात करें तो इस सीट पर वर्तमान में कांग्रेस का कब्जा है। शकुंतला रावत 2013 से इस सीट से विधायक हैं। 2013 के चुनाव में शकुंतला रावत ने भाजपा के रोहिताश कुमार को मात दी थी, जबकि 2018 के चुनाव में शकुंतला रावत ने निर्दलीय उम्मीदवार देवी सिंह शेखावत को हराया था। हालांकि 2013 की तुलना में 2018 में हार-जीत का अंतर कम हो गया था।
साल 2008 में हुए चुनाव में कांग्रेस की शकुंतला रावत को हार का सामना करना पड़ा था। भाजपा के रोहिताश कुमार ने शंकुतला रावत को शिकस्त दी थी। साल 2003 में इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा था। वहीं साल 1998 में बसपा के जगत सिंह दयामा ने यहां से जीत हासिल की थी।