कांग्रेस ने पंजाब चुनाव के लिए आठ उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी की है। खास बात है कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी दो सीटों भदौड़ और चमकौर साहिब से चुनाव लड़ेंगे। जबकि पटियाला सीट से कांग्रेस ने विष्णु शर्मा पर दांव खेला है। इस सीट से पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह चुनाव लड़ने जा रहे हैं। विष्णु कांग्रेस के पुराने नेता हैं और वो मेयर भी रह चुके हैं।

लिस्ट के मुताबिक, अटाली से तरसेम सिंह, खेमकरन से सुखपाल सिंह भुल्लर, नवांशहर से सतबीर सिंह सैनी, लुधियाना साउथ से ईश्वरजोत सिंह चीमा, जलालाबाद से मोहन सिंह व बरनाला से मनीष बंसल चुनाव लड़ने जा रहे हैं। जलालाबाद से ही अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल मैदान में हैं।

कांग्रेस का दावा है कि चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार द्वारा लिए गए कई फैसलों की लोग सराहना कर रहे हैं। पार्टी भारी बहुमत के साथ सत्ता में वापस आएगी। कांग्रेस ने ढींढसा और अमरिंदर सिंह के भाजपा के साथ गठजोड़ को लेकर उन पर निशाना साधा। पार्टी का कहना है कि कैप्टन, ढींढसा और बीजेपी को इन चुनावों में हराया जाएगा। कैप्टन और ढींढसा डूबता सूरज हैं। कांग्रेस की तरफ से कहा गया कि अकाली शासन को लोग आज तक भूल नहीं सके तो दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के झूठ में लोग नहीं फंसने वाले हैं।

हालांकि कांग्रेस के लिए सीएम का चेहरा एक मुसीबत बनता जा रहा है। नवजोत सिंह सिद्धू और चन्नी के बीच इसे लेकर खींचतान राहुल गांधी से सामने भी दिखाई दी। पार्टी पर गुजबाजी इस कदर हावी है कि सिद्धू खुद भी मान रहे हैं कि कांग्रेस को कोई हरा सकता है तो वह है भीतरी धड़ेबाजी।

भट्टल को सीट फिर जीतने का भरोसा

उधर, पंजाब की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्टल ने विधानसभा चुनाव में लहरा सीट जीतने के बारे में विश्वास व्यक्त किया और कहा कि उनके प्रतिद्वंद्वी शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के परमिंदर सिंह ढींढसा मोदी के नुमाइंदा भर हैं। भट्टल 1992 से इस सीट पर जीत दर्ज कर रही थीं लेकिन वह 2017 में ढींढसा से चुनाव हार गईं। सुखदेव सिंह ढींढसा शिअद (संयुक्त) के प्रमुख हैं और परमिंदर उनके पुत्र हैं।

कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पांच बार की विधायक भट्टल ने विधानसभा क्षेत्र के स्थानीय लोगों से कांग्रेस के हाथ मजबूत करने की अपील करते हुए कहा कि मेरा सपना है कि मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र को पूरे राज्य के सभी निर्वाचन क्षेत्रों में से एक मॉडल बनाऊं। बतौर मुख्यमंत्री 1996-97 में अपने तीन महीने के कार्यकाल को याद करते हुए भट्टल ने चन्नी के काम करने के तरीके की सराहना कर कहा कि वो बेहतरीन साबित हुए।