आम आदमी पार्टी (AAP) ने पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 के लिए सीएम कैंडिडेट के तौर पर संगरूर से सांसद भगवंत मान के नाम का ऐलान किया है। भगवंत मान राजनीति में आने से पहले कॉमेडी को लेकर मशहूर थे, लेकिन सियासत में आने के बाद विपक्षियों ने उन पर शराब के नशे की लत को लेकर खूब तंज कसे। इन आरोपों से तंग आकर भगवंत मान ने जनवरी 2019 में AAP की रैली के दौरान खुलकर इस मुद्दे पर बात की थी और संकल्‍प लिया कि वह अब कभी शराब को हाथ नहीं लगाएंगे।

”हां मैं कभी कभी शराब पी लेता था”

भगवंत मान ने कहा, ‘‘मैं इस बात को मानता हूं कि मैं कभी-कभी शराब पी लेता था। मेरे राजनीतिक विरोधी मुझ आरोप लगाते हैं। वे कहते हैं कि भगवंत मान दिन-रात शराब के नशे में रहते हैं। भाइयो जब मैं सोशल मीडिया पर अपने पुराने वीडियो देखता हूं तो मुझको दुख होता है। आज मेरी मां यहां हैं, उन्‍होंने मुझसे कहा कि लोग टेलीविजन पर मुझे बदनाम करते हैं। मेरी मां ने मुझसे शराब छोड़ने को कहा। एक जनवरी (2019) से मैंने शराब छोड़ दी है। अब मेरे विरोधी मुझे बदनाम नहीं कर सकते हैं।’’

केजरीवाल बोले- दिल जीत लिया

भगवंत मान के इस ऐलान के बाद AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने खुशी का इजहार करते हुए कहा, ‘‘मित्रों, भगवंत भगवंत मान ने मेरा दिल जीत लिया। न सिर्फ मेरा बल्कि उन्‍होंने पूरे पंजाब का दिल जीत लिया है। नेता उनके जैसा ही होना चाहिए जो किसी भी प्रकार कुर्बानी देने को तैयार हो। इतना बड़ा संकल्‍प लेना कोई छोटी बात नहीं है।’’

शराब छोड़ने पर मनीष सिसोदिया ने की थी तारीफ

भगवंत मान के शराब छोड़ने के ऐलान पर AAP के वरिष्‍ठ नेता मनीष सिसोदिया ने भी खुशी जताते हुए ट्वीट किया था- ‘‘बरनाला रैली में भगवंत मान ने ऐलान किया कि उन्‍होंने 1 जनवरी से शराब को हाथ नहीं लगाने का संकल्‍प लिया है। उन्‍होंने मंच पर अपनी माताजी और पंजाब की जनता के सामने वादा किया कि अपना तन मन धन वह पंजाब की सेवा में लगाएंगे।’’

जब पीएम मोदी ने भरी संसद में कहा, भगवंत मान होते कुछ और पीने को कहते

फरवरी 2017 की बात जब पीएम नरेंद्र मोदी संसद में भाषण दे रहे थे। वह राष्‍ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान बोल रहे थे। इस दौरान उन्‍होंने अपने अंदाज में अर्थव्‍यवस्‍था की बात करते हुए चारवाक की कुछ लाइनें सुनाईं। पीएम मोदी ने कहा, ‘‘यदा जीवेत सुखं जीवेत, ऋण कृत्वा, घृतं पीवेत, अर्थात जब तक जिओ मौज करो, कर्ज करो और घी पिओ। अब पुराने ऐसे संस्‍कार थे कि चारवाक ने घी पीने की बात कही वरना भगवंत मान होते तो शायद कुछ और पीने के लिए कहते।’’

जब संसद में भगवंत मान को पीएम मोदी ने पिलाया पानी

भगवंत मान के साथ पीएम मोदी का एक और किस्‍सा बड़ा ही चर्चित है। 2015 में भगवंत मान संसद में पीएम मोदी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। वह दिल्‍ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के कार्यालय में सीबीआई रेड के विरोध में कांग्रेस और टीएमसी सदस्‍यों के साथ नारेबाजी कर रहे थे। नारे लगाते-लगाते भगवंत मान का गला सूख गया। संयोग से जब भगवंत मान नारे लगा रहे थे तब वह पीएम मोदी के पास ही थे। जब पीएम मोदी ने देखा कि भगवंत मान का गला सूख गया है और उन्‍हें पानी की जरूरत है तो पीएम मोदी ने अपनी टेबल पर रखे ग्‍लास को उठाकर भगवंत मान की तरफ बढ़ाया। भगवंत मान ने पानी पिया, पीएम मोदी की तरफ आभार व्‍यक्‍त करने वाली नजरों से देखा और दोबारा नारेबाजी करने लगे।