दिल्ली की सियासत में हाशिए पर पहुंची कांग्रेस को पार्टी महासचिव बनाई गई प्रियंका गांधी वाड्रा से सियासी संजीवनी मिलने की आस है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा दिल्ली की कमान पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को सौंपे जाने से उत्साहित राज्य के कांग्रेसी अब प्रियंका के सियासी आगाज पर जश्न में डूबे हैं। दीक्षित की अगुआई में पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेताओं ने गुरुवार को बाकायदा एक प्रस्ताव पारित कर इस जोरदार सियासी दांव के लिए कांग्रेस अध्यक्ष का आभार जताया। दीक्षित के नेतृत्व में प्रदेश कार्यालय में पार्टी के पूर्व विधायकों, निगम पार्षदों, विधानसभा व निगम का चुनाव लड़ चुके उम्मीदवारों सहित विभिन्न प्रकोष्ठों के अध्यक्षों की अलग-अलग बैठकें हुईं। पार्टी के आधिकारिक बयान में कहा गया है कि पूर्व विधायकों की बैठक में राजकुमार चौहान, सुभाष चोपड़ा व बिजेंद्र सिंह की ओर से एक संयुक्त प्रस्ताव पेश किया गया जिसमें प्रियंका गांधी को पार्टी का महासचिव बनाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का धन्यवाद किया गया। प्रस्ताव में यह भी कहा गया कि प्रियंका के महासचिव बनने व सक्रिय राजनीति में आने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है। इस प्रस्ताव का सभी पूर्व विधायकों ने समर्थन किया। कांग्रेस नेता जयकिशन ने कहा कि प्रियंका गांधी में पार्टी कार्यकर्ता और आम लोग पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की छवि देख रहे हैं।
पूर्व विधायकों की बैठक को संबोधित करते हुए शीला दीक्षित ने सभी पूर्व विधायक, निगम पार्षदों निगम के प्रत्याशियों और विभिन्न प्रकोष्ठों के अध्यक्षों से संसदीय चुनाव में जुट जाने की अपील की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आज कठिन दौर से गुजर रही है, इसलिए सभी कांग्रेस कार्यकर्ता पार्टी को जीत दिलाने के लिए पूरी ताकत से जुट जाएं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता को आज दो मोर्चों पर लड़ाई लड़नी होगी। एक ओर भाजपा तो दूसरी ओर आम आदमी पार्टी (आप) है। दीक्षित ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने 15 सालों में दिल्ली का जो विकास किया, केजरीवाल सरकार ने उसमें आज तक एक र्इंट भी नहीं जोड़ी है। उल्टा वह सरकारी खजाने से विज्ञापन देकर लोगों में भ्रम फैला रही है।
हमने अपनी सरकार के कार्यकाल में सरकारी पैसे का दुरुपयोग कभी नहीं किया। उन्होंने पार्टी नेताओं से कहा कि लोगों को यह समझाने की जरूरत है कि कांग्रेस पार्टी में और ‘आप’ में क्या फर्क है। उन्होंने कहा कि ‘आप’ सरकार ने पिछले 4 वर्षों में कोई नया अस्पताल नहीं खोला, कोई नया फ्लाईओवर और अंडरब्रिज नहीं बनवाया। यह पार्टी केवल झूठ बोलकर लोगों को भ्रमित कर रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता इनको बखूबी जान गई है और आने वाले लोकसभा चुनावों में इन्हें सबक सिखाएगी। बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष हारुन युसूफ, राजेश लिलोठिया, दिल्ली विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष डॉ योगानंद शास्त्री, प्रदेश की मुख्य प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी, डॉ नरेश कुमार, वीर सिंह धींगान सहित बड़ी संख्या में पार्टी नेता मौजूद थे।