अपने कारनामों के चलते अक्सर सुर्खियों में रहने वाली उत्तर प्रदेश पुलिस अब एक नई घटना को लेकर चर्चा में है। दरअसल जिस सिपाही को इनाम घोषित कर उसे ढूंढने की कोशिश की जा रही है वह पुलिस की नाक के नीचे ऑटोमोबाइल शोरूम चला रहा है। मामला राजधानी लखनऊ का है। यहां एक मीडिया रिपोर्ट में जो सच सामने आया वो पुलिस महकमे का हाल बताने के लिए पर्याप्त है। श्रवण साहू हत्याकांड में बर्खास्त सिपाही अनिल सिंह को पुलिस लंबे समय से ढूंढ रही है। उसे फरार घोषित करने के साथ-साथ 15 हजार रुपए का इनाम भी रखा हुआ है। लेकिन वह एक साल से लखनऊ में ही टू-व्हीलर का शोरूम चला रहा है।
फेसबुक पर अपडेट करता है अपनी गतिविधियांः नवभारत टाइम्स की इस रिपोर्ट में एक से बढ़कर एक कारनामे सामने आए हैं। इसके मुताबिक बर्खास्त सिपाही अनिल कुमार अपनी गतिविधियों की जानकारी लगातार फेसबुक पर पोस्ट कर रहा है, उसकी फ्रेंड लिस्ट में कई पुलिस वाले भी हैं। कुछ पुलिस वालों ने शोरूम से गाड़ी भी खरीदी, जिनकी अपडेट्स फेसबुक पर शेयर की गई थी। लेकिन इसके बावजूद उसे फरार घोषित कर रखा है और पुलिस पकड़ने में नाकाम है।
इसलिए हुई थी कार्रवाईः सआदतगंज के तेल कारोबारी श्रवण साहू की हत्या के मामले में पारा थाने में तैनात अनिल सिंह और उसके दो साथी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया गया था। अनिल के साहू हत्याकांड के मुख्य आरोपी अकील अंसारी से गहरे संबंध थे। जआरोप है कि जेल में बंद अकील के साथ मिलकर अनिल ने इस वारदात को अंजाम दिया। इसके बदले उसे बड़ी रकम मिली थी। पुलिस विभाग से बर्खास्त होने के बाद वह कुछ समय नेपाल में रहा, फिर वापस आकर लखनऊ में पुलिस थाने से चंद किमी दूर शोरूम कोल लिया।