मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी ने अमेठी में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने 24 फ़रवरी से जुड़ा वाकया सुनाते हुए कहा कि 20 साल पहले आज ही के दिन मैं विधायक बना था। साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने कभी सोचा नहीं था कि मैं चुनावी दंगल के रास्ते में जाऊंगा।
अमेठी की सभा में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज से 20 साल पहले 24 फरवरी की ही वो तारीख थी, जब मैं पहली बार विधायक बना था। पहली बार चुनाव के मैदान में आना पड़ा था, राजकोट के लोगों ने मुझे आशीर्वाद दिए और सेवा का ये सिलसिला शुरू हुआ। साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने जीवन में कभी सोचा नहीं था कि मैं कभी चुनावी दंगल में जाऊंगा। जिस रास्ते में जाने का मैंने कभी सोचा नहीं था। अब जनता का सेवक बनकर काम करने का संकल्प हर दिन के साथ और सशक्त हुआ है।
आगे उन्होंने कहा कि चुनावी दुनिया में आने के बाद जिस तरह यूपी ने मुझे अपना बना लिया, मां गंगा ने मुझ पर जिस तरह स्नेह-वर्षा की, आप लोगों ने मुझे गले लगाया, इससे बड़ा जीवन में कोई सौभाग्य नहीं। आपका ये स्नेह, ये आशीर्वाद, मेरी जीवन की बहुत बड़ी पूंजी है।
इस दौरान उन्होंने पीएम किसान सम्मान निधि का जिक्र करते हुए कहा कि आज का दिन 24 फरवरी मेरे जीवन का विशेष दिन है। आज ही पीएम किसान सम्मान निधि को 3 साल पूरे हुए हैं। जब 2019 में हमने ये योजना शुरू की थी, तो कई लोग अफवाह और भ्रम फैला रहे थे। लेकिन हम जो काम करते हैं, ईमानदारी से करते हैं। 3 साल से पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा सीधे किसानों के बैंक खातों में जा रहा है। अमेठी के किसानों को भी 450 करोड़ रुपये से ज्यादा इस योजना से सीधे बैंक खाते में मिला है।
इसके अलावा उन्होंने कोरोना टीकाकरण का जिक्र करते हुए भी विपक्ष पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि जब वैक्सीनेशन शुरू हुआ तो मोदी खुद दौड़कर सबसे पहले वैक्सीन लगवाने के लिए नहीं पहुंच गया। हमने पहले स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों को, सफाई कर्मचारियों को, बुजुर्गों को, गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को वैक्सीन लगवाने का मौका दिया। अगर ये परिवारवादी सरकार में होते तो सारी लाइनें तोड़कर खुद सबसे पहले वैक्सीन लगवाते। आप ये भी देखिए मैंने भी वैक्सीन तब लगवाई जब नियम से मेरा नंबर आया।