2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर पहली आधिकारिक विपक्षी एकता वाली बैठक संपन्न हो गई है। इस बैठक में सभी बड़ी पार्टियों ने हिस्सा लिया, कई नेता आए और अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक के दौरान कभी तल्खी तो कभी सहमति बननी दिखी। लेकिन बाद में जब मीडिया के सामने आया गया, तो सियासी तस्वीर ये पेश की गई कि सभी एकजुट हैं, अच्छी चर्चा हुई है और 12 जुलाई को फिर सभी मिलने वाले हैं।

अब इस बैठक के कई सियासी मायने हैं, समीकरणों के लिहाज से भी ये अहम हो जाती है। ऐसे में आपको बताते हैं कि इस बैठक की 10 बड़ी बातें क्या रहीं-

  1. विपक्ष की पटना में पहली आधिकारिक बैठक की गई। इस बैठक की मेजबानी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की। उनकी तरफ से ही पहले तमाम राज्यों में जा विपक्षी नेताओं से मुलाकात की गई, उसके बाद आज यानी कि 23 जून को पटना में ये बड़ी बैठक हुई।
  2. विपक्षी एकता की इस बैठक का एजेंडा पहले से सेट था- बीजेपी के खिलाफ 2024 लोकसभा चुनाव में कैसे एकजुट हुआ जाए। उसी कड़ी में जब बैठक में चर्चा शुरू की गई, तो सभी दलों ने इस बात पर सहमति जताई कि आपसी मतभेद भुलाकर साथ आया जाएगा। एक साझा कार्यक्रम बनाने की बात पर भी जोर दिया गया।
  3. बैठक के दौरान वैसे तो चर्चा लोकसभा चुनाव को लेकर रही, लेकिन कई नेताओं ने अपने राज्यों के मुद्दे भी उठाए। इसी कड़ी में आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली अध्यादेश के खिलाफ सभी का समर्थन मांगा। इसी कड़ी में पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला और मेहबूबा मुफ्ती ने कश्मीर से हटाए गए 370 का मुद्दा उठाया।
  4. मीटिंग में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी अपने विचार रखे। बताया जा रहा है कि राहुल ने इस बात पर जोर दिया कि कोई भी विपक्षी नेता अलग-अलग बयान ना दें। यानी कि जो बयान बैठक में दिए जा रहे हैं, वैसे ही बयान मीडिया के सामने भी जाने चाहिए।
  5. ममता बनर्जी ने बैठक में बड़ी बात बोली। उनकी तरफ से कहा गया कि बंगाल कांग्रेस जिस तरह से टीएमसी के खिलाफ धरना कर रही है, वो गलत है। सभी को बड़ा दिल दिखाना चाहिए। ममता ने इस बात पर भी जोद दिया कि आपस में लड़ने से बीजेपी को फायदा पहुंचता है।
  6. बैठक खत्म होने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने बताया कि सभी दलों ने अपने विचार रखे, इस पर सहमति जताई कि साथ मिलकर चुनाव लड़ना है। ऐलान किया गया कि 12 जुलाई को एक बार फिर सभी साथ आने वाले हैं, एक और बड़ी बैठक होने जा रही है।
  7. लंबे समय बाद राजग प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने भी मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि मैं अब फिट हूं, मोदी-शाह का बुरा हाल होने वाला है। उनकी तरफ से कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भी तारीफ की गई। लालू ने कहा कि राहुल ने अडानी मुद्दा उठाकर लोकसभा में अच्छा काम किया।
  8. लालू प्रसाद यादव ने अपने पुराने अंदाज में कुछ हंसने वाली बातें भी कहीं। उन्होंने राहुल गांधी को जल्द शादी करने की सलाह दी। यहां तक कह दिया कि अगर वे शादी करेंगे तो बाराती सभी विपक्षी दल के नेता होंगे।
  9. वैसे विपक्षी बैठक के बाद राहुल गांधी ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने बीजेपी के खिलाफ चलने वाली इस सियासी लड़ाई को विचारधारा से जोड़ दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि बीजेपी और संघ देश की नींव पर हमला कर रहे हैं, इसे रोकना जरूरी है।
  10. बैठक में अखिलेश यादव, शरद पवार, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने भी अपने विचार रखे। सभी ने विपक्षी एकता की बात की और साफ कर दिया कि साझा कार्यक्रम के तहत आगे की रणनीति पर काम किया जाएगा।