पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने तीन राज्यों में वापसी की है। छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में बसपा, सपा और निर्दलीय विधायकों का समर्थन मिलने के बाद कांग्रेस की सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया है। लेकिन मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए जबर्दस्त लॉबिंग चल रही है। मध्य प्रदेश से जहां ज्योतिरादित्य और कमलनाथ मुख्य दावेदार हैं तो राजस्थान से सचिन पायलट और अशोक गहलोत। दोनों के समर्थक अपने-अपने नेता को मुख्यमंत्री पद पर देखना चाहते हैं।
भोपाल, जयपुर से लेकर दिल्ली तक इन नेताओं के समर्थक कांग्रेस ऑफिस के सामने नारेबाजी कर रहे हैं। इस बीच मीडिया द्वारा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से जब पूछा गया, “आपको क्या लगता है कि मुख्यमंत्री किसे बनना चाहिए?” इस सवाल के जवाब में सोनिया गांधी ने कहा, “कृप्या राहुल से पूछिए।” वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला लेने से पहले रायशुमारी करवा रहे हैं। बता दें कि पिछले साल दिसंबर महीने में कांग्रेस की कमान राहुल गांधी के हाथों में सौंप दी गई थी।
#WATCH Congress President Rahul Gandhi: We are taking inputs from different people in the party. We are taking inputs from MLAs, from workers. You will see a Chief Minister soon pic.twitter.com/worICTzGqN
— ANI (@ANI) December 13, 2018
राहुल गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से इन तीनों राज्यों में हर राज्य के मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी शीर्ष पसंद बताने को कहा है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए एक अंदरूनी संदेश मंच (एप) का उपयोग करते हुए गांधी ने उन्हें ऑडियो संदेश भेजा है और उन्होंने उनसे अपने-अपने राज्यों में मुख्यमंत्रियों के चयन के लिए फीडबैक मांगा है। बार-बार इस संबंध में जानने का प्रयास किये जाने के बावजूद पार्टी प्रवक्ताओं ने इस संदेश और उसके मजमून पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। यह संदेश कब भेजा गया है, उसका सटीक समय भी नहीं पता चल पाया है।
हालांकि सूत्रों का कहना है कि जिन राज्यों में चुनाव हुए, वहां अनेक पार्टी कार्यकर्ताओं को यह संदेश भेजा गया है। इन तीनों राज्यों में से प्रत्येक में मुख्मयंत्री पद के लिए एक से अधिक नाम सामने आने के कारण गांधी ने अपने संदेश में कहा है कि पार्टी कार्यकर्ताओं की पसंद सीधे उन तक पहुंचनी चाहिए और इसके बारे में किसी भी अन्य को पता नहीं चलना चाहिए। इस संबंध में पार्टी के एक वरिष्ठ विधायक ने भी शक्ति एप से ऐसा संदेश मिलने की पुष्टि की। यह एप कांग्रेस प्रमुख पार्टी कार्यकर्ताओं से संवाद करने के लिए इस्तेमाल करते हैं। (एजेंसी इनपुट के साथ)