North West Delhi Lok Sabha Elections 2024 Date, Candidate Name: लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों की घोषणा के बाद देशभर में सियासी गतिविधियां शुरू हो चुकी हैं। तमाम राजनीतिक पार्टियां चुनाव प्रचार में जुट गई हैं। ऐसे में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की उत्तर पश्चिम दिल्ली भी एक महत्वपूर्ण सीट है। अन्य सीटों की तरह ही इस सीट पर पिछली बार भारतीय जनता पार्टी ने ही कब्जा जमाया। इस बार आप और कांग्रेस पार्टी विरोधी दल बीजेपी को शिकस्त देने की कोशिश करेंगी।
उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के लोकसभा क्षेत्रों में से एक है। यह क्षेत्र परिसीमन आयोग की सिफारिश के बाद अस्तित्व में आया। यहां पर पहली बार संसदीय सीट के लिए वोटिंग साल 2009 में हुई। इस संसदीय क्षेत्र में 10 विधानसभा क्षेत्रों को शामिल किया गया है, जिनमें किराड़ी, बादली, सुल्तानपुर माजरा, मंगोलपुरी, नांगलोई, नरेला, बवाना, रिठाला, रोहिणी और मुंडका है।
साल 2019 में किसने जीता चुनाव
दिल्ली की अन्य सीटों की तरह ही इस सीट पर भी बीजेपी के उम्मीदवार के ही सिर जीत का सेहरा सजा था। बीजेपी के प्रत्याशी मशहूर सूफी गायक हंसराज हंस ने करीब साढ़ें पांच लाख से अधिक वोटों से शानदार जीत दर्ज की। हंस राज हंस को 8,48,663 वोट हासिल हुए। वहीं, आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी गुग्गन सिंह 2,94,766 वोट पाकर दूसरे नंबर पर रहे। साथ ही, कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार राजेश लिलोठिया को 2,36,882 वोटों से ही संतोष करना पड़ा।
North West Delhi Lok Sabha Election | ||
पार्टी | उम्मीदवार | वोट |
BJP | हंसराज हंस | 8,48,663 |
CONGRESS | राजेश लिलोठिया | 2,94,766 |
AAP | गुग्गन सिंह | 2,36,882 |
इस त्रिकोणीय मुकाबले में तीनों ही दलों ने नए चेहरों पर दांव लगाया था। हालांकि, इस बार बीजेपी ने योगेंद्र चंदोलिया को टिकट दिया है। वहीं, कांग्रेस ने सीट से किसी भी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है।
2014 में भी लोगों ने बीजेपी को ही चुना
2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तर पश्चिम दिल्ली की लोकसभा सीट से बीजेपी के मौजूदा सांसद उदित राज को 6,29,860 वोट मिले थे। वहीं, आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार राखी बिड़लान को 5,23,058 वोट और कांग्रेस की प्रत्याशी कृष्णा तीरथ को महज 1,57,468 वोटों से ही संतोष करना पड़ा था।
जातीय समीकरण
उत्तर पश्चिम राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सबसे बड़ी लोकसभा सीट है। इस सीट पर सबसे ज्यादा दलित वोटर्स का दबदबा है। इसका सबसे बड़ा भाग हरियाणा से जुड़ता है। यहां पर जाट आबादी भी रिजल्ट पर असर डालती है। उत्तर पश्चिम दिल्ली की सीट पर करीब 21 प्रतिशत दलित आबादी, 16 प्रतिशत जाट, 12 प्रतिशत ब्राहम्ण, 10 प्रतिशत बनिया, 20 प्रतिशत ओबीसी और 10 प्रतिशत मुस्लिम वोटर्स हैं।
उत्तर पश्चिम दिल्ली की लोकसभा सीट पर साक्षरता दर 84 फीसदी से ज्यादा है। यहां 12,12,516 पुरुष और 9,81,633 महिला वोटर्स हैं। 194 वोटर्स अन्य अथवा थर्ड जेंडर हैं। वहीं, साल 2014 में 13, 56, 036 ने अपने मतों का इस्तेमाल किया था। इसमें कुल 61.81% मतदाताओं ने मतदान किया।