Narendra Modi Biography: लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान हो चुका है। यह चुनाव 7 चरणों में होगा। 19 अप्रैल को पहले चरण की वोटिंग होगी। दूसरा चरण 26 अप्रैल, तीसरा 7 मई, चौथा चरण 13 मई, पांचवां 20 मई, छठवां 25 मई और 7वें चरण का मतदान 1 जून को होगा। जबकि नतीजे 4 जून को आएंगे। ऐसे में आइए एक नजर देश के प्रधानमंत्री और वाराणसी लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के करियर, शिक्षा, बचपन और राजनीतिक सफर पर डालते हैं।
प्रधानमंत्री का बचपन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (नरेंद्र दामोदर दास मोदी)का जन्म 17 सितंबर, 1950 को गुजरात के वडनगर में हुआ था। इनके पिता का नाम दामोदरदास मूलचंद मोदी और माता का नाम हीराबेन था। मोदी की शुरुआती शिक्षा वडनगर के भागवताचार्य नारायणाचार्य स्कूल से हुई। उन्हें बचपन से ही एक्टिंग, वाद-विवाद प्रतियोगिता और नाटकों में काफी दिलचस्पी थी। इसके चलते स्कूली टाइम में कई पुरस्कार जीते। स्कूली शिक्षा के दौरान वो एनसीसी कैडेट भी रहे। इसके बाद उन्होंने अमेरिकी में मैनेजमेंट और पब्लिक रिलेशन से संबंधित तीन महीने का कोर्स भी किया।
वडनगर रेलवे स्टेशन पर पीएम मोदी की थी चाय की दुकान
प्रधानमंत्री को लेकर एक चर्चा आम रहती है कि वो पहले अपने पिता जी के साथ स्टेशन चाय बेचा करते थे। इसका जिक्र पीएम मोदी ने खुद कई बार अपने भाषणों में किया है। मोदी के पिता की वडनगर रेलवे स्टेशन पर चाय की दुकान थी, जहां मोदी अपने पिता की मदद किया करते थे। यह वजह है कि उन्हें चायवाला प्रधानमंत्री के नाम से भी बुलाया जाता है। 1965 में भारत-पाक युद्ध के दौरान स्टेशन से गुजर रहे भारतीय सैनिकों को उन्होंने चाय पिलाई।
पीएम मोदी के परिवार में कौन-कौन?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने माता-पिता की छह संतान में तीसरे नंबर पर आते हैं। मोदी के माता-पिता का निधन हो चुका है। इनके चार भाई और एक बहन है। भाई के नाम सोमा मोदी, अमृत मोदी, प्रहलाद मोदी, पंकज मोदी है। जो अपना व्यवसाय संभालते हैं। मोदी की बहन का नाम वसंतीबेन हसमुखलाल मोदी है। 18 साल की उम्र में मोदी की शादी हो गई, लेकिन शादी के कुछ साल बाद इन्होंने अपना घर छोड़ दिया। जिसके बाद से वो अपने परिवार से अलग रहते हैं।
पीएम मोदी का RSS से पुराना रिश्ता-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संघ (RSS) से पुराना रिश्ता है। बात साल 1958 की है, जब दीपावली के मौके पर गुजरात प्रांत के प्रचारक लक्ष्मण राव इनामदार ने इन्हें बाल स्वयंसेवक की शपथ दिलाई। इसके बाद मोदी संघ के सक्रिय सदस्य बन गए। बताया जाता है कि उस वक्त मोदी को स्कूटर चलाना नहीं आता था। यही वजह थी कि वो भाजपा नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला के साथ घूमने निकल जाते थे।
पीएम मोदी का राजनीतिक सफर-
बीजेपी के दिग्गज नेता और देश के उपप्रधानमंत्री रहे लालकृष्ण आडवाणी को पीएम मोदी का राजनीतिक गुरु माना जाता है। 1985 में पीएम मोदी राजनीति में एंट्री की और बीजेपी से जुड़ गए। मोदी की सक्रियता को देखते हुए उनको पार्टी में जल्द ही बड़ी जिम्मेदारियां मिलने लगीं।
1988-89 में मोदी को गुजरात बीजेपी में महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई। इसके बाद मोदी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और सफलता की सीढ़ियां छूते गए। 1995 में मोदी को भाजपा का राष्ट्रीय सचिव बनाया गया।
2001 में बने गुजरात के मुख्यमंत्री
बात साल 2001 की है, जब गुजरात भूंकप आया था। इससे राज्य में काफी तबाही हुई थी। इस घटना के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। इस घटनाक्रम के बाद मोदी को दिल्ली से गुजरात भेजा गया और इस तरह मोदी पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री बने। उन्हें उनके अच्छे कामों के कारण गुजरात की जनता ने लगातार 4 बार (2001 से 2014 तक) गुजरात का मुख्यमन्त्री चुना।
2014 में पहली बार बने देश के प्रधानमंत्री-
2014 में लोकसभा चुनाव हुए। एनडीए की तरफ से मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया। मोदी की आंधी में एनडीए ने इस आम चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की और मोदी देश के प्रधानमंत्री बने। उस दौरान भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में पीएम मोदी ने 282 सीटें हासिल कीं। इसके बाद इसी तरह 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान एक बार फिर पीएम मोदी ने इतिहास रचते हुए प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। मोदी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री है, जिन्होंने लालकिले के प्राचीर से लगातार देश को नौ बार देश को संबोधित किया है।
प्रधानमंत्री मोदी को कई देश कर चुके सम्मानित-
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया के कई देश अपने सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित कर चुके हैं। ग्रीस दौरे के दौरान उन्हें देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘द ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया गया था।
- जुलाई, 2023 में फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने देश के सर्वोच्च पुरस्कार ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर से मोदी को सम्मानित किया।
- जून, 2023 में मिस्र द्वारा ऑर्डर ऑफ द नाइल से सम्मानित किया गया।
- मई, 2023 में पापुआ न्यू गिनी की ओर से कंपेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ लोगोहू से सम्मानित किया गया था।
- मई में कंपेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी से सम्मानित किया गया था।
- 2019 में मालदीव की ओर से ऑर्डर ऑफ द डिस्टिंग्विश्ड रूल ऑफ निशान इज्जुद्दीन से नवाजा गया था।
- 2019 में रूस की ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू से पीएम नरेंद्र मोदी को सम्मानित किया गया था।
- 2019 में यूएई द्वारा ऑर्डर ऑफ जायद अवॉर्ड से पीएम सम्मानित हुए थे।
- 2018 में ग्रैंड कॉलर ऑफ द स्टेट ऑफ फिलिस्तीन अवॉर्ड भी दिया गया है।
- 2016 में अफगानिस्तान की ओर से गाजी अमीर अमानुल्लाह खान का राज्य आदेश और 2016 में सउदी अरब द्वारा अब्दुल अजीज अल सऊद का आदेश दिया गया था।