नागालैंड के दीमापुर-तृतीय (Dimapur-III) से नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (Nationalist Democratic Progressive Party) की उम्मीदवार हेखानी जाखलू (HEKANI JAKHALU) चुनाव जीत गई हैं। 48 वर्षीय जाखलू राज्य की पहली महिला उम्मीदवार हैं जो विधायक बनी हैं। उन्होंने अपने निकटतम उम्मीदवार लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) (Lok Janshakti Party (Ram Vilas) के एज़ेटो ज़िमोमी (AZHETO ZHIMOMI) को 1536 मतों से पराजित किया। हेखानी जाखलू को कुल 14395 मत मिले, जबकि एज़ेटो ज़िमोमी को कुल 12859 मत मिले। मत प्रतिशत के हिसाब से हेखानी जाखलू 45.16 फीसदी मत मिले, जबकि उनके एजेटो जिमोमी को 40.34 फीसदी मत मिले।

हेखानी ने मौजूदा विधायक एज़ेटो झिमोमी को हराया

हेखानी जाखलू राज्य की पहली महिला विधायक हैं। दीमापुर-तृतीय उन चार निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है, जहां महिला चुनाव मैदान में उतरी थीं। यहां के पांचों उम्मीदवारों के बीच कांटे की टक्कर रही। एनडीपीपी उम्मीदवार हेकानी जाखलू को सत्तारूढ़ गठबंधन के समर्पित अभियान का समर्थन प्राप्त था, उनके प्रतिद्वंद्वी एज़ेटो झिमोमी थे। एज़ेटो झिमोमी मौजूदा विधायक हैं।

दो बार के विधायक झिमोमी को एनडीपीपी ने उम्मीदवार नहीं बनाया तो उन्होंने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की पार्टी से मैदान में उतरे थे। क्षेत्र से अन्य तीन उम्मीदवार वेटेट्सो लासुह (कांग्रेस), लोकप्रिय कार्यकर्ता कहुतो चिशी (निर्दलीय) और लुन तुंगनुंग (निर्दलीय) थे।

इससे पहले पूर्वोत्तर के तीनों राज्यों में गुरुवार की सुबह मतगणना शुरू होने के बाद विभिन्न दलों की स्थितियां आनी शुरू हुईं। नागालैंड की 60 सदस्यीय विधानसभा में नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी की उम्मीदवार हेखानी जाखलू की जीत के साथ वह राज्य की पहली महिला विधायक बन गई हैं।

नागालैंड के चुनावी नतीजों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक प्रगतिशील पार्टी (एनडीपीपी)-बीजेपी गठबंधन को स्पष्ट बढ़त दिखाई दे रही थी। इससे भाजपा की पूर्वोत्तर में प्रभाव बढ़ेगा। पूर्वोत्तर में जीत पर खुशी जताते हुए केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “भाजपा जिस तरह से उत्तर पूर्व में जीत प्राप्त कर रहे हैं उसका एक कारण है कि मोदी जी ने जितना काम किया है वो लोगों तक पहुंच रहा है। चुनाव जीत रहे हैं तो इसका मतलब है कि हम लोगों का विश्वास प्राप्त कर रहे हैं।”