मध्य प्रदेश में उपचुनाव की मतगणना पूरी हो गई है। कई राउंड्स की गिनती के बाद भाजपा मजबूती से सत्ता पर काबिज है। राज्य में दांव पर लगी कुल 28 सीटों में से 19 पर भाजपा के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। दूसरी तरफ कांग्रेस नौ सीट पर जीत दर्ज की है। बता दें कि भाजपा को सत्ता बचाने के लिए महज 9 सीटों की जरूरत थी। हालांकि शिवराज के तीन मंत्री भी चुनाव हार गए।
भाजपा के जजपाल सिंह ने कांग्रेस के अशोक दोहरे को 14 हजार 630 वोटों से हरा दिया। वहीं मुंगावली में भाजपा के बृजेंद्र सिंह यादव ने कांग्रेस के कन्हईराम लोधी पर 21 हजार से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की। अनूपपुर से बिसाहूलाल सिंह ने कांग्रेस के विश्वनाथ सिंह को 34 हजार वोटों से शिकस्त दी। हालांकि, भाजपा सरकार में मंत्री अदल सिंह कंसाना की हार हुई है।
दूसरी तरफ मंधाता से नारायण सिंह पटेल, नेपानगर से सुमित्रादेवी कासदेकर, बदनावर से राजवर्धन सिंह और सुवासरा से हरदीप सिंह डांग ने जीत दर्ज की। कांग्रेस के अब तक एकमात्र विजेता विधायक अम्ल्याहट रामचंद्र दांगी ने 12 हजार वोटों से जीत दर्ज की है।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों ने कहा है कि प्रदेश में ज्यादातर सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवारों के बीच सीधा मुकाबला है। हालांकि, ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की दो या तीन सीटों पर बसपा के चलते त्रिकोणीय मुकाबला है। मध्यप्रदेश में कुल 230 विधानसभा सीटें हैं। भाजपा (107 सीट) को बहुमत के आंकड़े (116 सीट) तक पहुंचना है। वहीं, कांग्रेस को सत्ता में वापस आने के लिए 28 सीटों पर जीत की आवश्यकता है।
मध्य प्रदेश में शिवराज के 12 में से 3 मंत्री भी चुनाव हार गए हैं। इसमें डाबरा सीट से इमरती देवी भी शामिल हैं। वहीं पार्टी को 19 सीटों पर जीत हासिल हुई है। कांग्रेस के खाते में 9 सीटें ही आ पाई हैं।
मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनाव के नतीजे देर रात घोषित कर दिए गए। यहां बीजेपी ने 19 और कांग्रेस ने नौ सीटें जीती हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान की सरकार को यह जीत और मजबूत बनाएगी।
मध्य प्रदेश के चुनाव में चार वरिष्ठ नेताओं की किस्मत दांव पर लगी है। ये नेता हैं कमल नाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, शिवराज सिंह चौहान और नरेंद्र सिंह तोमर। इनका राजनीतिक भविष्य भी यह चुनाव तय करेगा।
भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर है। जहां एक तरफ शिवराज सरकार के ज्यादातर मंत्री निर्णायक जीत हासिल करते दिख रहे हैं। वहीं, डबरा सीट से मंत्री इमरती देवी अपने समधी कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे से छह हजार से ज्यादा 7500 मतों से पीछे हो गई हैं।
भाजपा को मुरैना में झटका लगा है। ज्योतिरादित्य और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के प्रभाव वाली मुरैना की 5 सीटों पर कांग्रेस ने 3 पर जीत दर्ज की है। कांग्रेस ने दिमनी, सुमावली और मुरैना पर कब्जा किया है। जबकि भाजपा को सिर्फ अम्बाह और जौरा यानी दो सीटों पर संतोष करना पड़ा है।
भांडेर सीट पर भाजपा की रक्षा संतराम सिरोनिया ने सबसे छोटी जीत दर्ज की। रक्षा ने महज 161 वोटों से कांग्रेस के फूलसिंह बरैया को हराया है। वहीं, सांची में भाजपा प्रत्याशी और मंत्री प्रभुराम चौधरी ने सबसे बड़ी जीत दर्ज की है। प्रभुराम को 1 लाख 15 हजार 511 वोट मिले। उन्होंने 63 हजार 809 वोटों के अंतर से कांग्रेस के मदन लाल चौधरी को हराया है।
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अब अपनी पुरानी पार्टी पर निशाना साधा है। मध्य प्रदेश उपचुनाव में जीत तक पहुंचने के बाद सिंधिया ने कहा कि लोगों के मत को ईवीएम पर सवाल उठाकर नकारना कांग्रेस की आदत बन चुकी है। अगर वे ऐसा ही करते रहे तो वे उसी जगह रहेंगे, जहां हैं या शायद और गिर जाएंगे।
भाजपा सरकार में मंत्री अदल सिंह कंसाना सुमावली सीट से कांग्रेस के अजब सिंह कुशवाहा से चुनाव हार गए हैं। दोनों नेताओं के बीच 10 हजार 947 वोटों का अंतर रहा। दूसरी तरफ डबरा से चुनाव लड़ रहीं भाजपा सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी पर भी हार का खतरा मंडराने लगा है। वे अब तक 4100 वोटों से पीछे हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उपचुनाव के रिजल्ट के बाद एक बार फिर कमलनाथ और दिग्विजय पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- नतीजों ने साबित किया है कि गद्दार कमलनाथ और दिग्विजय सिंह हैं। उन्होंने समर्थन के लिए मध्य प्रदेश की जनता को शुक्रिया अदा किया।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने उपचुनाव की हार स्वीकार कर ली है। उन्होंने कहा कि हम जनादेश को शिरोधार्य करते हैं। हमने जनता तक अपनी बात पहुंचाने की पूरी कोशिश की। हम विपक्ष में रहकर अपनी जिम्मेदारियों को निभाएंगे। जनता के हित के लिए हमेशा खड़े रहेंगे।
डबरा, दिमनी और सुमावली में बड़ा उलटफेर हुआ है। डबरा से मंत्री इमरती देवी कांग्रेस के 4376 वोटों से पीछे हैं, वहीं सुमावली से एंदल सिंह कंषाना कांग्रेस के अजब सिंह कुशवाहा से 12,247 वोटों से पीछे हैं। इसके अलावा दिमनी से गिर्राज दंडोतिया करीब 23 हजार वोट से पिछड़ रहे हैं।
मध्य प्रदेश उपचुनाव में भाजपा मजबूत जीत की तरफ बढ़ रही है। राज्य के 19 जिलों की 28 सीटों पर 44.57 लाख वोट डाले गए थे। आज शाम 5 बजे तक 34.11 लाख वोटों की गिनती पूरी हो चुकी है। इन वोटों में से 50 % वोट भाजपा के खाते में गए हैं। इनकी संख्या 17.49 लाख हैं। उपचुनाव में 76% वोटों की गिनती पूरी हो गई है।
भाजपा के 6 मंत्री अनूपपुर से बिसाहूलाल सिंह, बदनावर से राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, बमोरी से महेंद्र सिंह सिसौदिया, सांची से प्रभुराम चौधरी, ग्वालियर से प्रद्यु्म्न सिंह तोमर और सुवासरा से हरदीप सिंह डंग जीत गए हैं। भांडेर से भाजपा की रक्षा संत राम सिरोनिया ने महज 136 वोट से कांग्रेस के फूलसिंह बरैया को हराया है।
मध्य प्रदेश उपचुनाव में जीत दर्ज करने के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "यह भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा की जीत है, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आशीर्वाद की जीत है। भाजपा मध्य प्रदेश के विकास और जनकल्याण के काम करेगी, यह इस विश्वास की जीत है, लेकिन इसे प्रदेश अध्यक्ष श्री वीडी शर्मा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम ने सुनिश्चित किया।"
डबरा से भाजपा की उम्मीदवार इमरती देवी अब कांग्रेस उम्मीदवार से सिर्फ 615 वोटों से आगे है। सिंधिया की करीबी नेता मानी जाने वाली इमरती देवी ने 2018 में कांग्रेस के टिकट पर करीब 50 हजार वोटों से चुनाव जीता था। पर इस बार उनके वोटों की संख्या गिरी है।
मध्य प्रदेश में उपचुनाव में जारी मतगणना के बाद भाजपा मजबूती से 20 सीटें जीतने की ओर दिख रही है। इस बीच इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डू के समर्थकों ने चुनाव अधिकारियों पर गलत तरह से मतगणना और गलत प्रबंधन का आरोप लगाया। गुड्डू के बेटे और पार्टी नेता अजीत बोरासी ने कहा, ईवीएम की सील टूटी पाई गईं। अधिकारी भाजपा के दबाव में हैं। हम कोर्ट जाएंगे।
राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रभाव की 20 सीटों में 14 सीटों पर भाजपा प्रत्याशी आगे हैं। 6 सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। सिंधिया के साथ 22 विधायक कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए थे। इनमें 19 सिंधिया गुट के थे। एंदल सिंह कंसाना और बिसाहूलाल सिंह दिग्विजय सिंह समर्थक जबकि हरदीप सिंह दंग अरुण यादव समर्थक थे।
मध्य प्रदेश उपचुनाव में भाजपा को बंपर जीत की तरफ ले जाते दिख रहे सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इसे जनता की जीत बताया है। इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में लोग उनके घरों के बाहर जुट गए। बाद में खुद शिवराज सिंह चौहान ने बालकनी से हाथ हिलाकर समर्थकों को इशारा किया। उनकी पत्नी संध्या सिंह भी उनके साथ ही मौजूद रहीं।
मध्य प्रदेश उपचुनाव में कांग्रेस के खिलाफ बड़ी जीत हासिल करती दिख रही भाजपा में उमंग की लहर है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस मौके पर कहा, "राज्य की जनता का और मेरा आत्मीयता का, प्रेम का और स्नेह का रिश्ता है। मुझे पूरा विश्वास था कि भाजपा को भारी विजय मिलने वाली है। जहां हम जीत रहे हैं वहां अधिकांश सीटों पर 40-50 हज़ार वोटों से जीत रहे हैं।"
कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ईवीएम में गड़बड़ी की आशंका जताई है। दिग्विजय ने कहा कि ऐसी कई सीट थीं, जिन्हें हम किसी कीमत पर नहीं हार सकते थे, लेकिन फिर भी हम हजारों वोटों से हार गए। दिग्विजय ने कहा कि पार्टी कल बैठक करेगी, इसके बाद नतीजों पर चर्चा की जाएगी।
भाजपा के कार्यकर्ताओं ने मध्य प्रदेश में जबरदस्त नतीजों के मद्देनजर गिनती जारी रहने के दौरान ही जश्न की शुरुआत कर दी। इंदौर में तो महिला कार्यकर्ताएं भी सड़कों पर उतर आईं और ढोल की थाप पर नाचकर खुशी का इजहार किया।
28 सीटों पर हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस की बुरी हालत देखने के बाद पूर्व सीएम कमलनाथ ने हार स्वीकार ली है। हालांकि, उन्होंने पूरे परिणाम देखने के लिए इंतजार करने की बात कही। कमलनाथ ने कहा कि हम जनादेश का सम्मान करेंगे। इसके बाद वे कार्यालय से अपने निवास के लिए रवाना हो गए।
मध्य प्रदेश में भाजपा की बढ़त लगातार मजबूत हो रही है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, भाजपा अभी राज्य में उपचुनाव की 28 में से 21 सीटों पर आगे है, जबकि कांग्रेस अब 6 सीटों पर ही बढ़त बनाए रख पाई है। दूसरी तरफ बसपा के पास एक सीट है। फिलहाल भाजपा के पास विधानसभा में 107 सीटें हैं और उसे 9 सीटें जीतनी होंगी।
मध्य प्रदेश में उपचुनाव में गईं 28 सीटों में से 19 पर भाजपा के बढ़त बनाने के बाद कार्यकर्ताओं में जोश की लहर देखी गई। भोपाल स्थित भाजपा कार्यालय में तो लोगों ने शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया के पोस्टर लगा दिए। माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश में भाजपा इस मजबूत स्थिति से अपनी सत्ता कायम रखने में कामयाब रहेगी।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के कमजोर प्रदर्शन के बाद ज्यादातर नेता उपचुनाव पर कुछ भी बोलने से बचते दिखे। वहीं, भोपाल स्थित कांग्रेस दफ्तर में भी सन्नाटा दिखा। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, पार्टी इस वक्त 28 उपचुनाव की सीटों में से सिर्फ 6 पर ही बढ़त बनाए रख पाई है।
मध्यप्रदेश की 28 विधानसभा सीट पर उपचुनाव में करीब 18 सीटों पर रुझान भाजपा के पक्ष में हैं। ऐसे में मतगणना स्थलों के पास और भाजपा कार्यालयों में जश्न मनाया जाना शुरू कर दिया। ग्वालियर में मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर मतगणना के बीच एक पार्क में बीच के बीच पहुंच गए। भोपाल में भाजपा कार्यालय में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और गोपाल भार्गव ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी।
रुझानों में सांची सीट से भाजपा उम्मीदवार मंत्री प्रभुराम चौधरी 20 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस के मदन लाल चौधरी के काफी पीछे छोड़ दिया है।
एमपी में 28 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव की मतगणना के मद्देनजर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की. अभी भाजपा ने 19 सीटों पर बढ़त बनाई हुई है।
मुरैना की 5 सीटों में से 4 सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी ने बढ़ाई बढ़त। हाटपिपल्या से राजेंद्र सिंह बघेल आगे चल रहे हैं। एमपी की 28 सीटों पर रुझान आ गए हैं। इनमें 17 सीटों पर बीजेपी और 10 सीट पर कांग्रेस और एक सीट पर अन्य ने बढ़त बना ली है। सांवेर से बीजेपी आगे चल रही है। सांवेर से तुलसी सिलावट आगे चल रहे हैं। राज्य के लिए ये उपचुनाव काफी महत्वपूर्ण है। इस चुनाव के नतीजे तय करेंगे कि प्रदेश में शिवराज सिंह की सरकार रहेगी या जाएगी। राज्य में कुल 69.93 प्रतिशत मतदान हुआ था।
मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव की मतगणना के मद्देनजर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, भाजपा के पास खोने के लिए कुछ नहीं है, जो हार रहे हैं, उनसे पूछिए। हम केवल जीत हासिल करेंगे। मैंने दिग्विजय सिंह का बयान सुना। अगर वह ईवीएम पर सवाल उठा रहे हैं, तो इसका मतलब है कि भाजपा जीत रही है।
मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव की मतगणना के मद्देनजर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, भाजपा के पास खोने के लिए कुछ नहीं है, जो हार रहे हैं, उनसे पूछिए। हम केवल जीत हासिल करेंगे। मैंने दिग्विजय सिंह का बयान सुना। अगर वह ईवीएम पर सवाल उठा रहे हैं, तो इसका मतलब है कि भाजपा जीत रही है।
बदनावर विधानसभा चुनाव के लिए छठे राउंड में मतगणना हो गई है। इस राउंड के बाद भाजपा के राजवर्धन सिंह लगभग 17 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं।
इन नेताओं का ये है हाल: पूर्व मंत्री तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत और मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रदुम्न सिंह तोमर, बृजेंद्र सिंह यादव, इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी, हरदीप सिंह डंग, राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, सुरेश धाकड़ और बिसाहूलाल आगे चल रहे हैं। वहीं सिंधिया खेमे के तीन मंत्री ओपीएस भदौरिया, गिर्राज दंडोतिया और ऐंदल सिंह कंसाना पीछे हैं।
शुरुआती रुझानों के बाद कमलनाथ ने कहा, मैं मध्यप्रदेश के भविष्य की सुरक्षा के लिए कामना करता हूं। मुझे मतदाताओं पर पूरा भरोसा है कि वे सच्चाई और झूठ के बीच फैसला करेंगे। अम्बाह विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सत्यप्रकाश सखवार आगे चल रहे हैं। वहीं, भाजपा प्रत्याशी कमलेश जाटव फिलहाल पीछे चल रहे हैं।
इस उपचुनाव में उन 25 प्रत्याशियों के भाग्य का भी फैसला होगा जो कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हुए हैं। इनमें से अधिकांश ग्वालियर राजघराने के वंशज ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक हैं। सिंधिया खुद भी कांग्रेस छोड़ इस साल मार्च में बीजेपी में शामिल हुए हैं। इसलिए इस उपचुनाव में सिंधिया की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है।
मध्य प्रदेश की सांवेर विधानसभा सीट के उपचुनाव की मतगणना के पहले चरण में बीजेपी उम्मीदवार तुलसीराम सिलावट अपने नजदीकी प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डू के मुकाबले 2,413 वोट से आगे चल रहे हैं।
सुरखी विधानसभा से भाजपा के गोविंद सिंह राजपूत 5470 वोटों से आगे चल रहे हैं। वही, कांग्रेस के पारुल साहू को अभी तक 2377 मत मिले हैं। छतरपुर जिले की बड़ामलहरा सीट से पहले राउंड में भाजपा के प्रदुम्म सिंह 905 वोटों से आगे चल रहे हैं। भाजपा को 2860 मत मिले। वहीं, कांग्रेस को 1995 मत मिले। फिलहाल डाक मतपत्रों की गिनती जारी।
''19 जिलों की 28 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के लिए संबंधित जिला मुख्यालयों में मतगणना प्रात: 8 बजे से शुरू हुई.'' उन्होंने कहा कि ''मतगणना में सबसे अधिक राउण्ड ग्वालियर जिले के विधानसभा क्षेत्र ग्वालियर पूर्व में 32 राउण्ड और सबसे कम अनूपपुर जिले के विधानसभा क्षेत्र अनूपपुर में 18 राउण्ड होंगे.''
शुरुआती रुझानों में मध्य प्रदेश के ग्वालियर की तीनों विधानसभा सीटों से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी आगे चल रहे हैं। इसके अलावा डबरा से बीजेपी नेता इमारती देवी भी आगे चल रही हैं।
चुनाव आयोग के फाइनल आंकड़े के मुताबिक 69,93 प्रतिशत वोट पड़े थे। इनमें से 80 फीसदी से ज्यादा वोट पांच विधानसभा पर तो 12 सीटों पर 70 फीसदी या उससे ज्यादा वोट पड़े थे। 60 फीसदी मतदान वाली सीटें छह तो 50 फीसदी के आसपास मतदान वाली सीटें चार, जबकि एक सीट पर चालीस फीसदी तक वोट पड़े थे।
मतगणना सुबह आठ बजे से 19 जिला मुख्यालयों पर की जा रही है। मतणगना के लिए ग्वालियर-भिंड और मुरैना में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है। उम्मीद की जा रही है कि दोपहर तक काफी कुछ रुझान सामने आ जाएगा। हालांकि अंतिम परिणाम आने में देर लग सकती है।