कई जगहों पर ईवीएम ट्रांसपोर्ट किए जाने की खबरें मीडिया में छायी हुई हैं। विपक्षी पार्टियां इसे लेकर हमलावर हैं और सरकार और चुनाव आयोग को निशाने पर ले रही हैं। दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने भी मंगलवार को एक ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश के झांसी में एक गाड़ी से ईवीएम पकड़े जाने की बात का खुलासा किया। अपने इस ट्वीट के साथ मनीष सिसोदिया ने एक न्यूज चैनल की खबर का स्क्रीन शॉट भी लगाया। हालांकि अपने इस ट्वीट को लेकर मनीष सिसोदिया खुद ही घिर गए हैं।
दरअसल मनीष सिसोदिया ने झांसी में ईवीएम ट्रांसपोर्ट किए जाने को लेकर ट्वीट किया था। अपने इस ट्वीट में मनीष सिसोदिया ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक विकास योगी के एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा कि “झांसी, मेरठ, गाजीपुर, चंदौली, सारन हर जगह मतगणना केन्द्रों पर मशीनें बदली जा रही हैं, लेकिन चुनाव आयोग और तथाकथित मीडिया मोदी के सामने नतमस्तक, आंखों पर पट्टी बांधे घुटनों के बल बैठा है…जनता ने मोदी के खिलाफ वोट दिया है, उसे मीडिया और चुनाव आयोग मिलकर बदल रहे हैं।” मनीष सिसोदिया का यह ट्वीट देखकर लग रहा है कि झांसी का यह मामला ताजा है। लेकिन इंडिया टुडे ने अपनी खबर में दावा किया है कि झांसी में ईवीएम ट्रांसपोर्ट करने की यह खबर करीब 20 दिन पुरानी है।
इंडिया टुडे के मुताबिक यूपी के झांसी में बीती 29 अप्रैल को वोटिंग हुई थी। इसके अगले दिन ईवीएम से भरी दो गाड़ियां स्थानीय लोगों द्वारा देखी गई। जिस पर विपक्षी नेताओं ने हंगामा किया था। हालांकि बाद में स्थानीय प्रशासन द्वारा नेताओं को अपने जवाब से संतुष्ट किए जाने के बाद यह मामला सुलझ गया था। यही वजह है कि जब मनीष सिसोदिया ने उपरोक्त ट्वीट किया तो लोगों ने उन्हें ही निशाने पर ले लिया। बता दें कि सोशल मीडिया पर इन दिनों कई ऐसी वीडियो वायरल हो रही हैं, जिनमें ईवीएम वाहनों से ट्रांसपोर्ट की जा रही हैं। इसके चलते कई जगह विपक्षी नेताओं ने हंगामा भी किया। हालांकि चुनाव आयोग ने विपक्षी पार्टियों की आशंकाओं को निराधार बताया है और रिजर्व्ड ईवीएम को ट्रांसपोर्ट किए जाने की बात कही है।