लोकसभा चुनाव से पहले  महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी के बीच बात बनती नहीं दिख रही है। वजह है लोकसभा चुनाव को लेकर होने वाली सीट शेयरिंग। ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस सीट बंटवारे के मुद्दे पर शिवसेना (उद्धव गुट) और एनसीपी की ज़िद से खफा है और उन लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के मूड में जहां ये दोनों दल भी दावेदारी ठोक रहे हैं।

कांग्रेस की यह नाराजगी महाराष्ट्र इकाई के नेता नसीम खान के बयान के बाद भी सामने आई है। नसीम खान ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) की तरफ से उम्मीदवारों के ऐलान के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नाराजगी है।

कौनसी है 6 सीटें?

सूत्रों के हवाले से खबर है कि महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता उन 6 सीटों को नहीं छोड़ना चाहते जहां बात नहीं बन पा रही है। इन सीटों में सांगली, मुंबई दक्षिण मध्य, मुंबई उत्तर पश्चिम और कुछ अन्य सीट शामिल हैं। कांग्रेस कार्यकर्ता शिवसेना (उद्धव गुट) की ओर से सीटों के ऐलान के बाद से खफा हैं।

उद्धव ठाकरे के बयान से समझ आएगी कहानी

इंडिया गठबंधन के तहत महाराष्ट्र में होने वाली सीट शेयरिंग बहुत जायदा कारगर होती नहीं दिख रही है। इसका अंदाज़ा पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के इस बयान से भी लगाया जा सकता है। जब शिवसेना (उद्धव गुट) ने अपने कुछ नाम जारी किए तो कांग्रेस खफा दिखाई दी। मीडिया रिपोर्ट्स के ज़रिए उद्धव ठाकरे का यह बयान सामने आया कि ‘अब बातचीत 2029 में होगी’, उद्धव ठाकरे के इस बयान के बाद यह माना जा रहा है कि इंडिया गठबंधन के सहयोगियों के बीच में कुछ सीटों पर आमने-सामने मुक़ाबला देखा जा सकता है।

जब उद्धव ठाकरे से यह पूछा गया कि क्या सीट शेयरिंग के मुद्दे पर चर्चा होगी तो इसके जवाब में उन्होंने कहा–“हां…लेकिन अब 2029 में चर्चा होगी।” यह बयान उद्धव ठाकरे ने दिल्ली के रामलीला मैदान में हुई रैली से ठीक पहले दिया था।