लोकसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र की पॉलिटिक्स काफी पेचीदा हो गई है। जहां एक तरफ इंडिया गठबंधन के बीच अभी तक सीट शेयरिंग के मुद्दे पर बात नहीं बनी है वहीं NDA में भी सबकुछ ठीक नहीं दिखाई दे रहा है। गृहमंत्री अमित शाह एनडीए के तहत सीट शेयरिंग और बीजेपी के भीतर जारी उठापटक की खबरों के बीच मंगलवार को महाराष्ट्र के दौरे पर रहेंगे।

गृह मंत्री का यह दौरा बीजेपी की लोकसभा चुनाव को लेकर पहली लिस्ट जारी किए जाने के ठीक एक दिन बाद होगा। बीजेपी ने 195 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। इस लिस्ट में महाराष्ट्र के एक भी उम्मीदवार का नाम नहीं है।

गृहमंत्री इस यात्रा के दौरान शाह अकोला (विदर्भ) में बैठक करेंगे जहां वह चुनावी रणनीति पर चर्चा करेंगे। वह जलगांव (उत्तरी महाराष्ट्र) में एक युवा सम्मेलन और संभाजीनगर (मराठवाड़ा) में एक सार्वजनिक रैली को भी संबोधित करेंगे।

महाराष्ट्र में NDA के साथ क्या दिक्कत है?

महाराष्ट्र में बीजेपी के एक सूत्र ने कहा कि यहां गठबंधन सहयोगियों के बीच कुछ मतभेद हैं और बात बनने में अड़चन सामने आ रही है। ऐसा माना जा रहा है कि अमित शाह के दौरे से यह समस्याएं खत्म हो जाएंगी।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने कहा कि अमित शाह विदर्भ क्षेत्र के अकोला में एक बैठक करेंगे जहां अकोला, बुलढाणा, अमरावती, चंद्रपुर और वर्धा जैसी प्रमुख सीटों की समीक्षा की जाएगी। यह माना जा रहा है कि इन सीटों पर एनडीए के बीच बात बनने में दिक्कत महसूस हो रही है।

किन सीटों पर है समस्या?

सूत्रों के हवाले से जिन सीटों पर सबसे ज़्यादा दिक्कत है। इनमें से एक अमरावती सीट भी है। इस सीट से मौजूदा सांसद निर्दलीय नवनीत राणा हैं।

एनडीए गठबंधन में सहयोगी दलों (बीजेपी, शिवसेना-शिंदे, एनसीपी-अजित) के बीच ये सीट सबसे फंसी ज़्यादा फंसी हुई सीट मानी जा रही है। हालांकि नवनीत राणा भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए सहमत हो गए हैं।

लेकिन अनुसूचित जाति (एससी) प्रमाण पत्र हासिल करने के लिए गलत तरीके अपनाने के लिए उनके ऊपर एक मामला दर्ज है और सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई पेंडिंग है। इसके अलावा शिवसेना (शिंदे गुट) भी इस सीट से चुनाव लड़ना चाहती है।

दूसरी सीट है चंद्रपुर, जहां बीजेपी को उम्मीदवार चयन को लेकर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पार्टी राज्य मंत्री सुधीर मुनगंटीवार को मैदान में उतारने की योजना बना रही थी लेकिन पार्टी के कुछ नेता ऐसा नहीं चाहते हैं।

अगर बात करें कोंकण क्षेत्र की तो बीजेपी और शिवसेना (शिंदे गुट) दोनों सिंधुदुर्ग-रत्नागिरी सीट चाहती हैं। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने ने कहा कि बीजेपी ही इस सीट पर चुनाव लड़ेगी।

पश्चिमी महाराष्ट्र में भी बीजेपी और अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के बीच शिरूर लोकसभा सीट को लेकर मतभेद दिख रहे हैं, इस सीट से मौजूदा सांसद अमोल कोल्हे कर रहे हैं।

डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस ने क्या कहा?

सीट बंटवारे को लेकर खींचतान की खबरें सामने आने पर डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि एनडीए की किसी भी पार्टी के साथ कोई अन्याय नहीं होगा। उन्होंने कहा, “सीटों का बंटवारा जमीनी हकीकत और उम्मीदवारों की जीत की ताकत को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि गठबंधन के तीन सहयोगियों में से किसी पर भी गलत प्रभाव ना पड़े।”