Maharashtra Elections 2019: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख (21 अक्टूबर) नजदीक है। ऐसे में राजनीतिक दल चुनाव प्रचार का कोई भी मौका हाथ से नहीं देना चाहते हैं। इस बीच खार के एक प्रतिष्ठित स्कूल पर छात्रों के माता-पिता ने स्कूल प्रबंधन पर राजनीतिक लाभ के लिए उनका इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। मुंबई मिरर के मुताबिक, अभिभावकों ने कहा कि उन्हें एक एसएमएस मिला कि स्कूल में जरूरी बैठक है, लेकिन जब वे वहां पहुंचे तो उनको बीजेपी का एक फॉर्म दिया गया और पार्टी के चुनाव अभियान में भाग लेने के कहा गया। जिसके बाद अभिभावकों ने साफतौर से किसी भी राजनीतिक दल के लिए प्रचार करने से इनकार कर दिया और स्कूल से बाहर चले गए।

क्या है मामला: महाराष्ट्र के खार-डांडा के रिजवी स्प्रिंगफील्ड हाई स्कूल में पढ़ने वाले सौ से अधिक बच्चों के अभिभावकों ने दावा किया कि उन्हें मंगलवार रात स्कूल की ओर से एक एसएमएस मिला। जिममें एक जरूरी मीटिंग के लिए उन्हें स्कूल पहुंचने के लिए कहा। लेकिन जब वे सभी अगले दिन वहां पहुंचे तो उन्हें बीजेपी के चुनाव अभियान में भाग लेने के अनुरोध के साथ पार्टी के मतदाता आउटरीच फॉर्म सौंपे गए।जिसके बाद यह घटना राजनीतिक विवाद में बदल गई।
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कांग्रेस का आरोप: मामले में बांद्रा पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार आसिफ जकारिया ने अपने प्रतिद्वंद्वी बीजेपी उम्मीदवार आशीष शेलार पर आरोप लगाया कि शहर के बीजेपी प्रमुख ने राजनीतिक लाभ के लिए स्कूल का उपयोग किया है। हालांकि शेलार ने  इन आरोपों से इनकार किया। रिजवी स्प्रिंगफील्ड प्रबंधन ने मुंबई मिरर को बताया कि स्कूल में इस तरह की कोई बैठक नहीं हुई और न ही इस पार्टी विशेष के लिए कोई  संदेश अभिभावकों को भेजा गया। स्कूल ने कहा यह किसी की शरारत हो सकती है।

पैरेंट्स का आरोप: हालांकि छात्रों के माता-पिता ने स्कूल के दावे को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि एसएमएस एक रजिस्टर्ड नंबर से भेजा गया था। यही नहीं उनको बांटे गए फॉर्म में शेलार की तस्वीरें भी थीं, जो राज्य सरकार में स्कूल शिक्षा विभाग और मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस के करीबी हैं।