मध्य प्रदेश की राघोगढ़ विधानसभा सीट पर सुबह 8 बजे से जारी मतगणना अब खत्म हो चुकी है। इसके साथ ही यहां एक बार फिर इतिहास को दोहराते हुए कांग्रेस ने बाजी मार ली है। इस सीट पर कांग्रेस नेता जयवर्धन सिंह का मुकाबला भाजपा के हीरेंद्र सिंह बंटी से रहा। बता दें कि राघोगढ़ विधानसभा सीट कांग्रेस का अभेद किला रही है। इस सीट से भाजपा ने कभी भी जीत हासिल नहीं की है। यहां तक कि राघोगढ़ से खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 2003 में चुनाव हार चुके हैं।
वहीं, इस बार राघोगढ़ सीट पर कुल 20 राउंड में मतगणना हुई जिसमें सुबह 10 बजकर 29 मिनट तक पहले 4 राउंड में राघोगढ़ विधानसभा सीट पर भाजपा के हीरेंद्र सिंह बंटी कुल 843 वोटों से आगे चल रहे थे। हालांकि, फिर कांग्रेस नेता ने 26,648 मतों के साथ रेस में वापसी की।
यहां देखें आगे के आंकड़े
राउंड | भाजपा से हीरेंद्र सिंह बंटी | कांग्रेस से जयवर्धन सिंह |
5 | 25,149 कुल मत | 26,648 कुल मत (1,499 मतों से आगे) |
6 | 29,323 कुल मत | 32,142 कुल मत (2,819 से आगे) |
7 | 33,677 कुल मत | 37,480 कुल मत (3,803 से आगे) |
8 | 38,310 कुल मत | 43,081 कुल मत (4,771 से आगे) |
9 | 42,752 कुल मत | 48,031 कुल मत ( 5,279 से आगे) |
10 | 48,006 कुल मत | 52,618 कुल मत (4,612 से आगे) |
11 | 53,078 कुल मत | 56,688 कुल मत (3,610 से आगे) |
12 | 58,206 कुल मत | 61,825 कुल मत (3,619 से आगे) |
13 | 61,476 कुल मत | 67,236 कुल मत (5,760 से आगे) |
14 | 67,339 कुल मत | 71,602 कुल मत (4,263 से आगे) |
15 | 73,292 कुल मत | 76,380 कुल मत (3,088 से आगे) |
16 | 77,942 कुल मत | 81,680 कुल मत (3,738 से आगे) |
17 | 81,888 कुल मत | 86,338 कुल मत (4,450 से आगे) |
18 | 86,340 कुल मत | 90,929 कुल मत (4,589 से आगे) |
19 | 90,632 कुल मत | 94,993 कुल मत (4,361 से आगे) |
20 | 91,233 | 95,738 कुल मत (4,505 से जीत) |
इसके साथ ही कांग्रेस से जयवर्धन सिंह ने 4,505 मतों के साथ राघोगढ़ विधानसभा सीट पर जीत का परचम लहरा दिया है।
2018 में क्या थे नतीजे?
राघोगढ़ विधानसभा सीट से 2018 में कांग्रेस के टिकट पर जयवर्धन सिंह उम्मीदवार थे। जयवर्धन सिंह ने बीजेपी उम्मीदवार को यहां से 46,000 से अधिक वोटों से मात दी थी। बीजेपी ने 2018 में भूपेंद्र सिंह रघुवंशी को मैदान में उतारा था। जयवर्धन सिंह 2013 में भी इस सीट से विधानसभा चुनाव जीत चुके थे। पिछले 46 सालों से इस सीट पर दिग्विजय सिंह, उनके परिवार का कोई सदस्य या फिर जिसको वह खड़ा कर देते हैं, वहीं चुनाव जीतता है।
2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने पहली बार दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह को मैदान में उतारा। जयवर्धन सिंह के सामने बीजेपी के टिकट पर राधेश्याम धाकड़ चुनाव लड़ रहे थे। बीजेपी उम्मीदवार राधेश्याम धाकड़ को चुनाव में बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा। जयवर्धन सिंह ने इस विधानसभा सीट से 59,000 से अधिक वोटों से जीत हासिल की थी।
राघोगढ़ विधानसभा सीट का जातीय समीकरण
राघोगढ़ विधानसभा सीट पर करीब 2,40,000 से अधिक वोटर है। इस सीट पर सबसे अधिक राजपूत और दलित वोटर हैं। दलित मतदाताओं की संख्या 40,000 से अधिक हैं तो वहीं राजपूत मतदाताओं की संख्या यहां पर 35,000 से अधिक है। धाकड़ जाति के वोटर भी यहां पर 35,000 से अधिक हैं। वहीं ब्राह्मणों वोटों की भी संख्या यहां पर 25,000 से अधिक है। सबसे अहम बात यह है कि इस विधानसभा सीट पर दिग्विजय सिंह या उनके उम्मीदवार को लोग जाति धर्म से परे उठकर वोट करते हैं।
राघोगढ़ विधानसभा सीट भले ही पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का क्षेत्र है, लेकिन यहां पर कई स्थानीय मुद्दे हैं। क्षेत्र में आज भी सड़क, बिजली और पानी जैसी समस्याएं हैं। राघोगढ़ के शहरी इलाके में तो सड़के अच्छी हैं लेकिन ग्रामीण इलाकों में अभी भी सड़के खराब हैं।