मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव का प्रचार आज खत्म हो गया है, मतदान 17 नवंबर को होगा। मध्य प्रदेश का चुनाव प्रचार कई मायनों में काफी रोचक रहा। जहां पीएम मोदी से लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे कई नेताओं के बयान सुर्खियों में रहे। इस दौरान मूर्खों का सरदार और कंस मामा जैसे कई बयानों पर बात हुई। जहां एक तरफ पीएम मोदी का राहुल गांधी का नाम लिया बिना ‘मूर्खों का सरदार’ वाला बयान सामने आया तो वहीं प्रियंका गांधी का शिवराज सिंह चौहान को कंस मामा कहना भी चर्चा में था। जहां प्रियंका गांधी ने कहा था कि रिश्ते निभाने से मामा बनते हैं, वरना तो कंस भी मामा थे।”

किन बयानों की रही चर्चा

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि कांग्रेस पार्टी ‘मोदी, चौहान, ईडी, सीबीआई और आईटी’ जैसे पांच पांडवों से लड़ रही है। इस पर शिवराज सिंह चौहान ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि कांग्रेस ने स्वीकार कर लिया है कि वे कौरव थे और इसलिए लड़ाई सही और गलत के बीच थी। इस बयान पर काफी सियासी बातें हुईं।

जहां एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत में लोगों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे मेड इन चाइना मोबाइल वाले बयान पर मूर्खों का सरदार वाली बात कही वहीं प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए बुधवार को कहा कि पीएम को सलमान खान की फिल्म तेरे नाम की तरह मेरे नाम बनाना चाहिए।

प्रियंका गांधी ने किसे कहा गद्दार?

प्रियंका गांधी ने केंद्रीय मंत्री और अपनी पार्टी के पूर्व सहयोगी ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला बोलते हुए उन्हें ‘गद्दार’ करार दिया। जिसपर सिंधिया ने जवाब देते हुए प्रियंका गांधी ने को पार्ट टाइम नेता करार दे दिया। इस तरह के और भी कई सियासी बयान थे जिन्हें मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान काफी तरजीह दी गई।