Loksabha Elections Results 2019: लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए से करारी हार के बाद राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अड़े हैं। हाल ही में उन्होंने पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर कह दिया कि उनका (गांधी) विकल्प ढूंढ लिया जाए। सूत्रों के हवाले से ‘एनडीटीवी’ की एक रिपोर्ट में कहा गया कि राहुल हाल ही में अहमद पटेल और के.सी वेणुगोपाल से मिले थे। इस भेंट में कांग्रेस चीफ ने उन दोनों को साफ कर दिया कि वे उनका रीप्लेसमेंट खोज लें, क्योंकि अध्यक्ष पद छोड़ने को लेकर वह अपना मन बदलने नहीं वाले हैं।

दरअसल, शनिवार (25 मई, 2019) को नई दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में राहुल ने इस्तीफे की पेशकश की थी, जिसे पार्टी नेताओं ने खारिज कर दिया था। सबकी मांग थी कि वही पार्टी का पुनःगठन करें। राहुल उठ बैठक के बाद किसी से भी मुलाकात नहीं कर रहे थे। हाल ही में पार्टी के नए सांसदों ने उनसे मिलने के लिए समय मांगा था, पर राहुल की तरफ से मना कर दिया गया था।

राहुल से जुड़े करीबी सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में आगे बताया गया कि कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफे का मन बनाने के बावजूद वह फौरन यह पद नहीं छोड़ेंगे। वह पार्टी को थोड़ा समय देंगे, ताकि वह इसके लिए कोई और व्यक्ति ढूंढ ले। जानकारी के मुताबिक, उनकी मां सोनिया और बहन प्रियंका भी उनके इस निर्णय पर राजी हों गई हैं। हालांकि, उन्होंने इससे पहले राहुल का मन बदलने का प्रयास किया था, पर वे नाकाम रहीं।

यह भी कहा जा रहा है कि वह इस पद पर किसी गांधी-नेहरू परिवार के बाहर के व्यक्ति की ताजपोशी चाहते हैं। सीडब्ल्यूसी की बैठक में वह पार्टी के कुछ ऐसे नेताओं पर भी बरसे, जिन्होंने चुनाव में अपने बेटों को उतारा था। हालांकि, राहुल ने उस दौरान किसी का नाम नहीं लिया। बता दें कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत, दिवंतग माधवराव सिंधिया के बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व बीजेपी मंत्री जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष मोहन देव की बेटी सुष्मिता देव को इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था।

राहुल के इस्तीफे की पेशकश खारिज किए जाने के बाद पूर्व वित्त मंत्री और सीनियर कांग्रेसी नेता पी.चिदंबरम ने कहा था कि अगर राहुल इस्तीफा लेंगे तो दक्षिण भारत में कुछ समर्थक और कार्यकर्ता बेहद जज्बाती होकर अपनी जान तक ले सकते हैं। वहीं, मौजूदा कांग्रेस चीफ की बहन प्रियंका ने भी कहा था कि राहुल को बीजेपी के जाल में नहीं फंसना चाहिए। वह तो चाहती ही है कि राहुल यह पद छोड़ दें। बता दें कि राहुल इस चुनाव में यूपी की अमेठी से चुनाव हार गए, जिसे उनका तगड़ा गढ़ माना जाता था, जबकि केरल में वायनाड सीट निकालने में वह कामयाब रहे।