Lok Sabha Election 2019: पूरे देश में सात चरणों में लोकसभा चुनाव होने हैं। 11 अप्रैल को पहले चरण का मतदान होगा और 19 मई को अंतिम चरण का। 23 मई को आम चुनाव के नतीजे आएंगे। सभा पार्टियां मतदाताओं को अपने पक्ष में गोलबंद करने में जुट गई है। कहीं चुनावी सभाएं हो रही है तो कहीं जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है। इस बीच 2019 के आम चुनाव में सोशल मीडिया प्रचार का एक मुख्य हथियार है। इसमें सबसे बड़ा प्रचार प्लेटफार्म वाट्सएप बन गया है। जहां करीब 87,000 ग्रुप्स के माध्यम से करोड़ों यूजर्स तक सीधे पहुंच बन गई है।
वाट्सएप के अनुसार, भारत में करीब 20 करोड़ यूजर्स प्रति महीने उसके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि यह आंकड़ा फरवरी 2017 से पहले का है। उसके बाद बीते 2 साल से नया आंकड़ा कंपनी की तरफ से जारी नहीं किया गया है। वहीं, हांगकांग स्थित काउंटरप्वाइंट रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में करीब 43 करोड़ स्मार्टफोन यूजर्स हैं। ऐसे में 20 करोड़ का आंकड़ा आज की तारीख में सही नहीं हो सकता। वजह ये है कि स्मार्टफोन का प्रयोग करने वाले दादा जी से लेकर घर में काम करने वाली बाई तक लगभग सभी वाट्सएप का प्रयोग कर रहे हैं और वाट्सएप ग्रुप्स से जुड़े हुए हैं। ऐसे में वाट्सअप ग्रुप्स के माध्यम से लोगों तक सीधे जुड़ना काफी आसान हो गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में करीब 30 करोड़ लोगों तक वाट्सएप की पहुंच बन चुकी है। रिलायंस जियो के बाजार में आने के बाद डेटा की दरों में काफी कमी आयी है और लोग एक दूसरे को मैसेज भेजने के लिए डेटा आधारित मैसेजिंग एप्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। राजनीतिक पार्टियों फेसबुक और यू ट्यूब पर अपनी रैलियों, प्रेस कांफ्रेंस और टीवी डिबेट का लाइव स्ट्रीम कर रही है। वाट्सएप पर करीब 87,000 हजार ग्रुप्स वोटरों को प्रभावित करने के लिए काम कर रहे हैं। फर्जी आंकड़े से लेकर सरकारी नीतियों, धार्मिक हिंसा, छेड़छाड़ वाले वीडियो, मूल खबर को छेड़छाड़ कर बनाए गए फर्जी खबर, सरकारी घोटाले, इतिहास से जुड़ी गलत बातें, अफवाह, राष्ट्रभक्ति से जुड़ी चीजें, हिंदू राष्ट्रभावना इत्यादि चीजें वाट्सएप ग्रुप्स पर तेजी से शेयर की जा रही हैं ताकि वोटरों को प्रभावित किया जा सके।
एक वाट्सएप ग्रुप में 256 लोगों को जोड़ा सकता है। ऐसे में करीब 87,000 ग्रुप्स के माध्यम से 2.2 करोड़ लोगों तक सीधे पहुंच बनाई जा सकती है। यदि एक यूजर किसी एक संदेश को 5 लोगों को फॉरवर्ड कर सकते हैं। ऐसे में सहज ही अंदाज लगाया जा सकता है कि वाट्सएप के माध्यम से किसी मैसेज को कितनी तेजी से करोड़ों लोगों के बीच पहुंचाया जा सकता है।