Loksabha Election 2019: कुछ ही समय पहले भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए उदित राज के एक बयान से नई बहस छिड़ गई है। उन्होंने कहा, ‘केरल में भाजपा आज तक 1 भी सीट नही जीत पाई, जानते हैं क्यों? क्योंकि वहां के लोग शिक्षित हैं, अंधभक्त नही।’ उत्तर-पश्चिमी दिल्ली से भाजपा पार्टी का दोबारा टिकट नहीं मिलने से नाराज दलित नेता कांग्रेस में शामिल हो गए थे और आरोप लगाया था कि भगवा पार्टी दलित-विरोधी थी। इसके बाद उन्होंने कहा था कि वे दलितों के हक के लिए लड़ रहे थे, इस वजह से पार्टी लाइन के विरोध में गए। जिस दिन उदित राज ने पार्टी छोड़ी उसके एक दिन बाद भाजपा ने उत्तर-पश्चिमी दिल्ली सीट से गायक हंस राज हंस को मैदान में उतारा। बता दें कि यह एक सुरक्षित सीट है।

भाजपा छोड़ने के बाद उदित राज ने कहा था कि वे वर्ष 2012-13 से ही कांग्रेस में शामिल होना चाहते थे। साथ ही उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी को भी इस बारे में जानकारी थी। उन्होंने कहा था, “भाजपा ने कई एजेंसियों के माध्यम से दिल्ली की सभी सात सीटों के लिए आंतरिक सर्वे करवाया था, और उन्हें सिर्फ मेरी ही सीट से सकारात्मक रूख मिला।” वहीं, उदित राज के बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस छोड़ भाजपा शामिल हुए टॉम वडक्कन ने कहा, “उदित राज को केरल और वहां की परिस्थितियों के बारे में जानकारी नहीं है।”

वहीं, सोशल मीडिया यूजर्स ने भी उदित राज के बयान पर प्रतिक्रिया दी है। टि्वटर यूजर @nsp2106 ने लिखा, “अपनी नाराजगी का इजहार करके दिल्ली की जनता को अनपढ़ कहना चाहते हो! जिन्होंने आपको चुना था! बताइए न प्लीज। ऐसी परिस्थितियों में अपनी मूर्खता का प्रदर्शन करने से उत्तम होगा कि आत्म चिंतन करें और बेवजह बोलने से बचें। बिन मांगी सलाह है, क्योंकि आप भी कभी हमारे थे।”

टि्वटर यूजर @RKDubey7878 ने लिखा, “एग्जिट पोल का भरोसा नहीं किया जा सकता, कांग्रेस सबको आश्चर्यचकित करती हुई। एग्जिट पोल से भी कम सीटें लाएगी.!” @ashishsonkar357 ने लिखा, “आपके कहने का अर्थ है.. शिक्षित लोग भाजपा को वोट नहीं देते। केवल भक्त लोग देते हैं। गुजरात, यूपी,मध्य प्रदेश,राजस्थान में भाजपा लगभग 90% सीट पाई। यहां तक कि दिल्ली में तो 100% भाजपा सीट जीती हैं। आपका मतलब यह है कि यहां के लोग अशिक्षित है?”