Loksabha election 2019: लोकसभा चुनाव के चार चरण पूरे हो चुके हैं। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने यूपी में अपनाई जा रही कांग्रेस की रणनीति का खुलासा किया है। एनडीटीवी से बातचीत में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जहां हमारा प्रत्याशी है, वहां हम मजबूती से लड़ रहे हैं लेकिन जहां कांग्रेस ने जहां उम्मीदवार खड़े नहीं किए हैं, वहां हम सपा-बसपा गठबंधन के उम्मीदवार को मदद कर रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इसके लिए उन्होंने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया को निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी को हराना ही हमारा असली मकसद है। इसलिए ऐसी सीटें जहां हम कमजोर हैं, वहां गठबंधन (सपा-बसपा-आरएलडी) की मदद करेंगे। राहुल ने कहा, “मुझे पूरा विश्वास है कि कांग्रेस और गठबंधन मिलकर यूपी से बीजेपी का सफाया कर देगा। बीजेपी को हराना ही हमारा मकसद है, नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे।”
यह पूछे जाने पर कि बसपा सुप्रीमो मायावती अपनी रैलियों में लगातार कांग्रेस पर हमला बोल रही हैं तो इस पर राहुल ने कहा, “जहां तक उत्तर प्रदेश की बात है, कांग्रेस मायावती और मुलायम सिंह यादव के लिए एक खतरा है। पर मैं मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की बहुत इज्जत करता हूं। बीजेपी को हराना ही हमारा मकसद है।”
पत्रकार ने जब उनसे पूछा कि सपा-बसपा के साथ आपका गठबंधन क्यों नहीं हुआ तो राहुल ने जवाब दिया कि यह उनकी रणनीति का हिस्सा है। वह दोनों साथ मिलकर लड़ना चाहते थे और कांग्रेस को इसमें शामिल नहीं करना चाहते थे। लेकिन मैं साफ कर देना चाहता हूं कि जहां भी सपा-बसपा की सीधी लड़ाई बीजेपी से है, हम वहां वोट काटकर गठबंधन की मदद करेंगे।
वहीं दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन न होने पर उन्होंने कहा ‘हम दिल्ली में 4-3 के फॉर्मूले पर सीटों का बंटवारा करना चाह रहे थे। अरविंद केजरीवाल की भी इस पर सहमति थी, पर अचानक ही उन्होंने हरियाणा और पंजाब के लिए भी गठबंधन की मांग कर दी जिसके लिए हम तैयार नहीं थे।
कांग्रेस के घोषणा पत्र को लेकर उन्होंने कहा हमने लाखों लोगों को सुनकर घोषणा पत्र को तैयार किया है। कांग्रेस पार्टी लोगों को सुनती है और सभी के विचारों का सम्मान करती है। बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए पांचवें चरण का मतदान 6 मई को होगा। सात चरणों में हो रहे चुनाव के परिणाम 23 मई को घोषित किए जाएंगे।