Lok Sabha Elections 2019: कोलकाता में मंगलवार (14 मई, 2019) को अमित शाह के रोड शो के दौरान हुई हिंसा के लिए भाजपा और टीएमसी ने एक दूसरे पर आरोप लगाए हैं। दोनों पार्टियों ने अपने दावे के समर्थन में सोशल मीडिया में कुछ वीडियो जारी किए हैं। टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने बुधवार को हिंसा में भाजपा कार्यकर्ताओं के शामिल होना का दावा करते हुए तीन वीडियो जारी किए। अपने ट्विटर अकाउंट पर पहला वीडियो शेयर करते हुए ब्रायन ने लिखा, ‘पहला सबूत… अमित शाह के रोड शो में भाजपा के गुंडों ने क्या किया।’ टीएमसी सांसद द्वारा शेयर किए गए करीब दस मिनट के वीडियो में कुछ लोग सड़क पर उत्पाद मचाते हुए नजर आ रहे हैं। भगवा कपड़े पहने लोग सड़क के करीब में मौजूद एक इमारत का मुख्य दरवाजा तोड़ते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में भाजपा अध्यक्ष का काफिला भी गुजरता हुआ नजर आ रहा है। इसमें हाथ में भाजपा का झंडा और लाठी थामे कुछ लोग तेजी से एक जगह एक इकट्ठा हो रहे हैं। चंद सेकंड बाद भीड़ ने सड़क पर आग लगा दी।

एक अन्य ट्वीट में दूसरा वीडियो शेयर करते हुए टीएमसी राज्यसभा सांसद ब्रायन ने ट्वीट किया, ‘कोलकाता में अमित शाह के रोड शो में भाजपा के गुंडों ने क्या किया, इसका और सबूत देखिए।’ शेयर किए गए वीडियो में भी भगवा कपड़े पहने बहुत से लोग उत्पाद मचाते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में कुछ लोगों के हाथ में भाजपा का झंडा भी नजर आ रहा है। इसमें लोग सड़क किनारे खड़े वाहनों को तोड़ रहे, इस दौरान वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। ब्रायन ने तीसरा वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया, ‘यहां अमित शाह के रोड में भाजपा के गुंडों द्वारा की गई बर्बरता के और भी सबूत हैं।’ तीसरे वीडियो में भगवा वस्त्र पहने और भाजपा का झंडा थामे लोग सड़क पर तोड़फोड़ कर रहे हैं।

वीडियो में नजर आ रहा है कि भगवा वस्त्र पहने लोग अन्य लोगों से मारपीट भी कर रहे हैं। टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन का यह भी आरोप है कि केन्द्रीय बलों ने लोगों को भाजपा के पक्ष में मतदान करने को कहने के लिए बंगाल में कानाफूसी अभियान शुरू किया है। उन्होंने आगे कहा, ‘हिंसा के दौरान ‘विद्यासागर खत्म, व्हेयर इज द जोश’ जैसे नारे लगने के ऑडियो हासिल करने और उसके प्रमाणीकरण की कोशिश कर रहे हैं। वीडियो न केवल यह साबित करता है कि भाजपा ने क्या किया, बल्कि इस बात को भी साबित करता है कि पार्टी प्रमुख अमित शाह झूठ बोल रहे हैं। हम इन वीडियो को आयोग के पास भेजेंगे, हम रिकॉर्ड में इनका प्रमाणीकरण कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि कोलकाता की सड़कों पर रोष और सदमे की भावना दिख रही है। कल जो हुआ उससे बंगाली गौरव आहत हुआ है।

दूसरी तरफ अमित शाह के रोड शो में अराजकता फैलाने का आरोप भाजपा ने राज्य की सत्ता पर काबिज टीएमसी पर लगाया है। भाजपा आईटी सेल के इंचार्ज अमित मालवीय ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, ‘एक और वीडियो जो दिखाता है कि भाजपा अध्यक्ष के रोड शो के दौरान टीएमसी ने दंगे जैसी स्थिति पैदा करने के लिए रणनीतिक रूप से ठग लगाए थे। सवाल है कि ऐसा क्यों? वजह क्या थी? क्या टीएमसी अपनी राजनीतिक जमीन को बचाने के लिए ऐसा कर रही है।’ मालवीय ने जो वीडियो शेयर किया है उसमें कुछ लोग भाजपा के रोड शो को काले झंडे दिखाते हुए मालूम पड़ते हैं। वीडियो में ‘ममता दीदी चोर है’ जैसे नारे भी सुनाई पड़ते हैं। वीडियो में ‘चौकीदार चोर है’ के नारे भी सुनाई पड़ते हैं।

भाजपा अध्यक्ष शाह ने भी बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रोड शो में हिंसा फैलाने का आरोप टीएमसी पर लगाया है। शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘अब तक चुनाव के 6 चरण समाप्त हो चुके हैं, इन 6 के 6 चरणों में सिवाय बंगाल के कहीं भी हिंसा नहीं हुई।’ उन्होंने कहा, ‘मैं ममता जी को बताना चाहता हूं कि आप सिर्फ 42 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं और भाजपा देश के सभी राज्यों में चुनाव लड़ रही है। मगर कहीं पर भी हिंसा नहीं हुई, लेकिन बंगाल में हर चरण में हिंसा हुई इसका साफ मतलब है कि हिंसा TMC कर रही है’ उन्होंने ट्वीट कर दावा किया, ‘ईश्वर चंद्र विद्यासागर जी की प्रतीमा को TMC ने तोड़ा है। जहां प्रतिमा रखी थी वो जगह कमरों के अंदर है। कॉलेज बंद हो चुका था, सब लॉक था, फिर कमरे किसने खोले? अपनी गंदी राजनीति के लिए TMC ने महान शिक्षाशास्त्री की प्रतिमा का तोड़ा है। ममता बनर्जी की उल्टी गिनती शुरू हो गई।’